दुद्धी(भीमकुमार) अखिल भारतीय गोंडवाना गोंड महासभा के तत्वाधान में शुक्रवार को दिल्ली के जंतर मंतर पर घोरावल कांड को लेकर विशाल धरना प्रदर्शन का आयोजन किया गया। धरना स्थल पर उपस्थित जनों को संबोधित करते हुए आदिवासियों के कद्दावर नेता व 7 बार दुद्धी विधानसभा का प्रतिनिधित्व करने वाले पूर्व मंत्री विजय सिंह गोंड ने कहा कि गत 17 सितंबर को जुलाई को सोनभद्र के घोरावल घोरावल कोतवाली स्थित उभ्भा गांव में 3 महिलाओं सहित 11 आदिवासियों की नृशंस हत्या कर दी गई।कई लोग अभी भी गंभीर रूप से घायल हैं। संपूर्ण आदिवासी समाज इस जघन्य हत्याकांड से आहत है। दिल्ली सहित पूरे देश में विरोध प्रदर्शन कर शोक संवेदना व्यक्त की जा रही है। सामूहिक नरसंहार में मारे गए निरीह आदिवासियों की लड़ाई दुद्धी से लेकर दिल्ली तक पहुंच चुकी है। अन्य वक्ताओं ने भी इस घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए केंद्र सरकार से हस्तक्षेप की मांग की।धरना के बाद प्रधानमंत्री के नाम संबोधित एक ज्ञापन सौंपा गया, जिसमें प्रधान यज्ञ दत्त के साथ नरसंहार में शामिल लोगों को फांसी देने, प्रत्येक परिवार को एक करोड़ राहत राशि के साथ सरकारी नौकरी देने, पीड़ित परिवार के व्यवस्थापन एवं सुरक्षा की समुचित व्यवस्था कराए जाने, नरसंहार के दोषी अधिकारियों कर्मचारियों के ऊपर अपराधिक प्रकरण दर्ज कर पूर्व आईएएस प्रभात मिश्रा द्वारा जमीन बेचकर विवाद को जन्म दिए जाने पर उनके खिलाफ भी कड़ी कार्रवाई करने, उत्तर प्रदेश में आदर्श सोसायटी की तरह कई और सोसायटी गठित कर भोले-भाले आदिवासियों की जमीन हड़पने वाले समितियों से वर्षों से काबिज आदिवासियों की जमीन को मुक्त करा उनकी जमीन वापस कराई जाए तथा घटना में उच्चस्तरीय सीबीआई जांच कराया जाए इस अवसर पर शिशुपाल सीरी विधायक, खाम सिंह मांझी राष्ट्रीय अध्यक्ष उड़ीसा, केएम मैत्री सचिव कर्नाटक, दिवाकर पैंदाम सचिव महाराष्ट्र, आरएन ध्रुव राष्ट्रीय सचिव छत्तीसगढ़, श्रीमती हीरासन उईके, श्रीमती कांति नाग, विनोद कुमार नागवंशी सहित भारी संख्या में आदिवासी शामिल थे।