(अरुण पांडेय/विवेकानंद)
बभनी ।विकासखन्ड बभनी के चक चपकी गांव मे “मजा मार गाजी मियां धक्का सहे मुजावर’ की कहावत चरितार्थ हो रही है चक चपकी ग्राम निवासी राजेन्द्र प्रसाद गुप्ता पर बरसात के मौसम मे गरीब पर आफत का पहाण टुट पडा है। भुक्तभोगी की आपबीती कहानी सुनकर आप भी दंग हो जायेगे। बभनी के चक चपकी ग्राम निवासी राजेन्द्र प्रसाद गुप्ता का कहना है एक माह पुर्व वाट मांप विभाग से थाने के माध्यम से सुचना मिली की सुरेश कुमार पुत्र राजेन्द्र प्रसाद को माप तौल विभाग के इन्सपेक्टर ने कभी बिना सील मुहर वाली किलोवाट तराजु पकडे थे। जिसका अभियुक्त सुरेश पुत्र राजेन्द्र प्रसाद है । थाने के सिपाही ने एक कागज का चुटका पकडाते हये कहा कि इस डेट पर दुद्धी न्यायालय मे जाकर समझ लो क्या मामला है न्यायालय से नोटिस आया है । जुर्माना जमा करना होगा। यह बात सुन कर राजेन्द्र प्रसाद दंग रह गया । उसने इसकी जानकारी ग्राम प्रधान आदि लोगो दी । राजेन्द्र प्रसाद का कहना है कि मेरा लडका सुरेश कभी भी बाजार मे कोई वस्तु बेचने नही गया है न ही मेरे घर पर दुकान है । फिर मेरे लडके के नाम पर अवैध नोटिस कैसे आ गयी ।
जानिये क्या है पुरा मामल —
स्थानीय ग्रामिणो व पिडित परिवार राजेन्द्र प्रसाद के कथनानुसार चक चपकी मे मेरे घर से लगभग 200मीटर दुर पर एक अौर परिवार निवासी है जिसका नाम सुरेश पुत्र रामगोविन्द जो कि हमेशा हाट बाजार करता है दुकान चलाते है। वही लोग कभी चेकिंग के दौरान इन्सपेक्टर द्वारा पकडे जाने पर अधिकारियों से सुरेश द्वारा पिता का नाम झुठ बोलकर अपने पिता की जगह रामगोविन्द के स्थान पर मेरा नाम राजेन्द्र प्रसाद लिखवा दिया है । राजेन्द्र प्रसाद व स्थानीय लोगो का कहना है कि यह पुरी साजिश सुरेश पुत्र रामगोविन्द द्वारा जान बुझ कर की गयी है।
फिर आगे क्या हुआ – राजेन्द्र प्रसाद से गांव के कुछ लोगो ने कहा कि जल्द ही पेशी पर जाकर जुर्माना जमा कर दो नही वारंन्ट हो जायेगा तो तुम्हारे लडके सुरेश को पुलिस उठाकर जेल भेज देगी । लडके को जेल जाने की डर से डरा सहमा राजेन्द्र क्षेत्र के एक वकील साहब के पास पहुच गये । वकील साहब ने इस मामले के सम्बन्ध मे पैरवी शुरु कर दी। वकिल द्वारा राजेन्द्र प्रसाद को बताया गया की दस हजार रुपये का इन्तजाम करिये साढे आठ हजार जुर्माना देना होगा ।राजेन्द्र प्रसाद गांव के साहुकारो से किसी से दो हजार किसी से एक हजार करके सात हजार रुपये इक्कठा किया पैसा कम पडने पर एक साहुकार के पास जाकर ही अपना हल बैल गिरवी रख कर इस शर्त पर पैसा लिया कि आप के खेत मे धान की रोपाई करने मे जितने भी दिन लगेगे मै अपने हल बैल से नि:शुल्क खेत की जोताई करुगा । तब महाजन से पैसे लेकर कुल दस हजार इक्कठा करके 12 जुलाई को आठ हजार रुपये जुर्माना जमा किया । राजेन्द्र प्रसाद ने अहिंसा एक्सप्रेस के संवाद दाता से खास बात चीत मे बताया कि इस घटना से हमारी दैनिक स्थिति काफी बदतर हो गयी है। जिससे मै काफी मर्माहत हुआ हू।शासन प्रसासन द्वारा मेरे इस घटित घटना की गम्भीरता से जांच कराकर मुझ गरीब को न्याय दिलाया जाय।