नई दिल्ली।ग्लोबल इनोवेशन इंडेक्स में भारत ने एक बार फिर लंबी छलांग लगाई है। भारत इस इंडेक्स में 2015 में 80वें नम्बर पर था. पिछले चार साल में 28 पायदान की छलांग लगाकर 2019 में भारत 52वें स्थान पर पहुंच गया है। इस सूचकांक में पिछले साल भारत का स्थान 57वां था. वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने बुधवार को वैश्विक नवप्रवर्तन सूचकांक (ग्लोबल इनोवेशन इंडेक्स यानी जीआईआई ) की रैंकिंग जारी की. जीआईआई रैंकिंग वार्षिक आधार पर कॉरनेल विश्वविद्यालय इनसीड, संयुक्त राष्ट्र विश्व बौद्धिक संपदा संगठन और जीआईआई नॉलेज पार्टनर्स द्वारा प्रकाशित की जाती है।
जीआईआई ने इसके 12वें संस्करण में 80 संकेतकों के आधार पर 129 अर्थव्यवस्थाओं को रैंकिंग दी है. इन संकेतकों में बौद्धिक संपदा के लिए आवेदन जमा कराने की दर से लेकर मोबाइल ऐप का सृजन, शिक्षा पर खर्च और वैज्ञानिक एवं तकनीकी प्रकाशन आते हैं. इस सूचकांक में स्विट्जरलैंड पहले स्थान पर कायम है. सूचकांक में शामिल शीर्ष दस देशों में स्वीडन, अमेरिका, नीदरलैंड, ब्रिटेन, फिनलैंड, डेनमार्क, सिंगापुर, जर्मनी और इजरायल शामिल हैं।
हालांकि पहले से ही इस बात का अनुमान लगाया जा रहा था कि रैंकिंग में सुधार होगा. 2017 में भारत 60वें, 2016 में 66वें और 2015 में भारत 81वें स्थान पर था. भारत का लक्ष्य इसमें पहली 25 अर्थव्यवस्थाओं में आने का है।
भारतीय प्रधानमंत्री मोदी ने देश की अर्थव्यवस्था को इस साल ब्रिटेन को पछाड़ते हुए दुनिया की पांचवीं बड़ी अर्थव्यवस्था बनने वाला है. इसके अलावा एशिया प्रशांत क्षेत्र में चीन के बाद दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा।