सोनभद्र। सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ सरकारी जमीनों पर हुए अतिक्रमण को हटाने की बात करते है तो वही दबंग लोगो द्वारा फर्जीवाड़ा करके गरीब आदिवासियों को उजाड़ने का कार्य किया जा रहा है। जिसका खामियाजा आज सोनभद्र के घोरावल कोतवाली इलाके के उम्भा गांव में गौंड आदिवासियों को जिला प्रशासन की लापरवाही की वजह से जान देकर चुकानी पड़ी।
घोरावल कोतवाली क्षेत्र के मूर्तिया गांव में बुधवार की दोपहर में जमीनी विवाद को लेकर हुए आपसी विवाद में जमकर खूनी संघर्ष हुआ। वारदात में नौ लोगों की मौत हो गई और दर्जन भर से अधिक लोग गंभीर रूप से घायल हैं। स्थानीय लोगों के मुताबिक विवाद के दौरान आपस में असलहे से फायरिंग और गड़ासा चलने से कई लोग गंभीर रुप से घायल हो गए। मामले की जानकारी होने के बाद मौके पर पुलिस ने पहुंचकर घायलों को अस्पताल पहुंचाया जहां पर कई की स्थिति गंभीर बनी हुई है। मृतकों में तीन महिला सुखवंती पत्नी रामलाल 40 वर्ष , दुर्गावती पत्नी रंगी 55 वर्ष व अज्ञात पत्नी नन्दलाल 45 वर्ष और छह पुरुष रामचन्द्र पुत्र लाल साहब 50 वर्ष , राजेश पुत्र गोविंद 35 वर्ष , अशोक पुत्र ननकू 35 वर्ष , रामधारी पुत्र हरिराम 60 वर्ष , रामसुंदर पुत्र तेज सिंह 50 वर्ष , जवाहिर पुत्र जय करन 48 वर्ष शामिल हैं। वही 23 लोग दोनो पक्ष घायल हुए जिनका इलाज अस्पताल में किया जा रहा है।
घोरावल कोतवाली क्षेत्र में ग्राम पंचायत मूर्तिया के ग्राम उभ्भा में बुधवार की दोपहर भूमि विवाद को लेकर दो पक्षों में बहस के बाद आपसी संघर्ष शुरू हो गया। संघर्ष के दौरान असलहा से लेकर गडासा तक चलने लगा जिसके बाद नौ लोगों की मौत हो गई जबकि लगभग 35 लोग गंभीर रुप से घायल हो गए। घटना के बाद पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया, आनन फानन पुलिस अधीक्षक समेत तमाम अधिकारी मौके पर पहुंच गए। घायलों में 35 लोगों को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र घोरावल में भर्ती कराया गया है। जबकि गंभीर रूप से घायल आधा दर्जन लोगों को जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया है। भूमि विवाद गुर्जर व गोड़ जाति के बीच शुरू हुआ था जो देखते ही देखते खूनी संघर्ष में बदल गया और गांव में लाशें बिछ गईं।घटना से पूरे जनपद में हड़कम्प की स्थिति बनी हुई है।
इस पूरे मामले पर सपा के पूर्व जिलाध्यक्ष व पूर्व विधायक अविनाश कुशवाहा ने बताया की दो पक्षों में जमीन विवाद को लेकर संघर्ष हुआ है, संघर्ष इतना बड़ा हादसा हुआ कि 9 लोगों की मौत हो गई ,और 1 दर्जन से अधिक लोग घायल हो गए ।यह पूरी तरह से जनता के हितों की अनदेखी है। अगर समय रहते इन विवादों को सुलझा दिया गया होता ,तो शायद यह नोबत नहीं आती ।तहसील दिवस, थाना दिवस केवल खानापूर्ति मात्र है और देश और प्रदेश के विकास के बड़े-बड़े भाषण मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री
दिए जा रहे है और जुमलेबाजी हो रही है,हकीकत आपके सामने हैं। जमीनी विवाद में 9 लोगों की मौत हो चुकी है, इस तरह के विवाद हर ग्राम सभा में देखने को आपको मिल जाएंगे ।जरूरत है हर ग्राम सभा में जहां भी जमीनी विवाद है उसके निस्तारण करने की, ना की जुमलेबाजी करने की।
वहीं जिला अस्पताल में मरीजों को देखने पहुंचे भाजपा के जिला अध्यक्ष अशोक मिश्रा ने बताया कि चाहे वह भाजपा का कार्यकर्ता हो या किसी अन्य पार्टी का अगर वह गलत काम करेगा तो उसके खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी। वहीं पूरे मामले में 2 आईएएस अधिकारियों के नाम के सवाल पर भाजपा जिलाध्यक्ष ने बताया कि इस मामले के एसपी, डीएम ,एडीएम ,एसडीएम बता सकते हैं हमें जानकारी नहीं है ।वहीं कानून व्यवस्था के सवाल पर बताया कि इसकी समीक्षा हमारे मुख्यमंत्री जरूर करेंगे और जो भी दोषी अधिकारी कर्मचारी पाए जाएंगे उनके खिलाफ सरकार कठोर कार्रवाई करेगी ।जिला अस्पताल में फैली दूर व्यवस्था के सवाल पर बताया कि ऐसे दोषी कर्मचारियों और अधिकारियों पर चाहे वे जितना भी ताकतवर क्यो ना हो उनके ऊपर कार्रवाई की जाएगी और जिसके भी स्तर से लापरवाही बरती गई होगी ,उसके ऊपर निश्चित रूप से कार्रवाई की जाएगी। पार्टी अध्यक्ष, संगठन मंत्री से लेकर सभी को रिपोर्ट भेजी जाएगी। और जब से आया हूं तब से हॉस्पिटल प्रशासन पूरी तरह से लगा हुआ है और कोई दिक्कत नहीं है।