(अरुण पांडेय/विवेकानंद)
बभनी। विकासखंड के बभनी उप केन्द्र से रौशन होने वाले दर्जनो गांव के ग्रामिण बीते एक महिनो से बिजली की समस्या से जुझ रहे है 8 से10 घन्टा बिजली कटौती के बाद भी शेष समय में लोकल फाल्टों ने उपभोक्ताओं की दुश्वारियां बढ़ा दी हैं। सागोबांध आदि क्षेत्र में एक सप्ताह से लगातार बिजली व्यवस्था बाधित चल रही है।
सुबह पांच से आठ बजे और दिन में 10 बजे से दो बजे तथा शाम को पांच से सात बजे तक बिजली कटौती होती है। शेष समय आपूर्ति होनी चाहिए लेकिन विभागीय कर्मचारियों की लापरवाही से यह समय भी लोकल फाल्टों की भेंट चढ़ जाता है। गौरतलब है कि रोस्टिंग के बाद बिजली आने पर कभी तार टूटने तो कभी फीडर ब्रेक डाउन में होने का बहाना बनाकर चौबिसो घंटे कटौती की जाती है। जब शाम को सात बजे आपूर्ति आती है तोआधे घंटे के बाद से ही आंखमिचौली शुरू हो जाती है। बिजली का यह खेल रात के साढे़ दस बजे तक बदस्तूर जारी रहता है। ऐसे में बरसात के मौसम मे अन्धेरे से लोगों का हाल बेहाल हो जाता है ।
बभनी क्षेत्र की बिजली व्यवस्था बरसात के शुरुवात के साथ ही चरमरा गयी है।
जिससे ग्रामीण क्षेत्र के लोग काफी परेशान है।मानसून के दस्तक देने के बाद बेपटरी हुई बिजली आपूर्ति व्यवस्था सुधरने का नाम नहीं ले रही है।बभनी उपकेन्द्र मे एक सप्ताह से गांवो मे जगह जगह तार टूट कर गिर रहे है। इससे कई गांवों में सप्लाई घन्टो बाधित हो रही है। कहीं इंशुलेटर पंक्चर हुआ तो कहीं जंफर कट गया। विद्युत तारों के आपस में टकराने के कारण भी पावर सप्लाई ठप हो जाती है। बारिश के चलते लाइनों में फॉल्ट के कारण पूरे क्षेत्र की बिजली आपूर्ति बेपटरी हो गई है। आपूर्ति को लेकर बनाए गए सारे रोस्टर और आदेश दिखावा साबित हो रहे हैं। हाल यह है कि ग्रामिण क्षेत्र को 18घंटे आपूर्ति का निर्देश हैं, लेकिन बमुश्किल से 8 घंटे भी आपूर्ति नही हो रही है। ग्रामीण क्षेत्रों की भी हालत बद से भी बदतर हो गयी है।
विभाग के कर्मी अक्सर फॉल्ट को दुरूस्त करने में लगे रहते हैं फिर भी सप्लाई नही मिल पा रही है। वहीं बरसात के मौसम में पेड़-पौधे का तेजी से बढ़ना भी बिजली तार को प्रभावित करता है। जिस कारण बिजली सप्लाई में समस्या उत्पन्न होती है लेकिन समय से उसका भी कार्य नही हो रहा है। ग्रामिण क्षेत्रो मे हल्की बरसात के बाद भी सप्ताह भर के लिये बिजली गायब हो जाती है।जिससे ग्रामिण छात्रो के पठन पाठन के साथ ही दैनिक उपयोग की घरेलु व्यवस्था भी प्रभावित होती है।ग्रामिणो ने विद्युत कर्मियों पर लापरवाही का आरोप लगाया है ।बभनी क्षेत्र के स्थानीय ग्रामिणो का कहना है कि छोटी सी फाल्ट होने पर भी दिन भर के लिये बिजली सप्लाई बन्द कर दी जाती है। एक सप्ताह से तो बिजली का दर्शन भी दुर्लभ हो गया है।