कोन/सोनभद्र-(नवींचन्द)विश्वव्यापी पर्यावरण संरक्षण अभियान के राष्ट्रीय अध्यक्ष सह पर्यावरण धर्म व बन राखी मोमेंट के प्रणेता कौशल किशोर जायसवाल द्वारा निजी खर्च पर निशुल्क पौधा वितरण कर यह साबित कर दिया पर्यावरण पर चिंतन ही नही क्रिन्यवायन की जरूरत-है।पर्यावरण धर्म व वन राखी मूवमेंट के 43 वां वर्ष पूरा होने के उपरांत प्रत्येक वर्ष की भांति इस वर्ष भी नेपाल भूटान समेत देश के 10 राज्यों मैं 2 लाख पौधों का निशुल्क वितरण सहरोपण व बनो पर रक्षाबंधन और पर्यावरण धर्म पर गोष्टी के आयोजन करने का पर्यावरणविद द्वारा निर्णय लिया गया है जिसका उद्घाटन 1 जुलाई को जायसवाल द्वारा अपने जन्म भूमि डाली बाजार के कौशल नगर पलामू झारखंड से 10 हजार पौधों का वितरण शिविर से किए थ. इसी के कड़ी में आज यूपी के सोनभद्र जिले के कोन के राजकीय इंटर कॉलेज कोन में पर्यावरण धर्म पर गोष्टी के आयोजन के उद्घाटन कॉलेज में पौधा लगाकर किया और समापन वृक्षों पर राखी बांधकर किया इससे पहले कार्यक्रम की शुरुआत राष्ट्रीय गान के साथ किया गया पर्यावरणविद कौशल ने उपस्थित बच्चों को पर्यावरण धर्म के 8 मूल मंत्रों की शपथ दिलाते हुए अनेक तरह के पर्यावरण धर्म के पाठ बढ़ाएं कहां सावधान बड़ी दुर्घटना होने वाली है जल संकट के बाद अब ऑक्सीजन संकट होने वाली है जिससे धरती पर 84 लाख जॉनी जीव पर खतरे के बादल मंडरा रहे हैं जिसका कारण की परमाणु ऊर्जा उद्योग के चिमनी और गाड़ियां प्रदूषण नामक ज़हर फैला रहे हैं इससे प्रकृति के सभी सजीव निर्जीव प्रभावित हो रहे हैं जिसे धरती के तापमान बढ़ रहे हैं और गैलेक्सी अपरिल रहे हैं इस पर काबू पाने के लिए उद्योगों के चिमनी को वास चिमनी बनाना होगा और सौर ऊर्जा पवन ऊर्जा को इस्तेमाल करने के साथ सभी को पर्यावरण धर्म को अपनाना होगा कहा सोचो साथ क्या ले जाओगे एक पौधा लगाओगे सात पीढ़ी तर जाओगे कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे कॉलेज के प्रधानाचार्य विश्वनाथ प्रसाद ने कहां की पर्यावरण विद कौशल द्वारा चलाया गया अभियान की भूरी भूरी प्रशंसा करता हूं इनके द्वारा दिया गया शपथ को कॉलेज के 2 हजार बच्चों के पढ़ाते रहूंगा इनके द्वारा लगाए गए 2 बरस पहले पौधे कॉलेज में आज पेड़ के रूप में उपलब्ध है कार्यक्रम का संचालन संस्था के उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष राजकुमार जायसवाल संस्था के प्रधान सचिव पूनम जायसवाल, अरुण कुमार, सुचित कुमार, सत्येंद्र कुमार, कार्तिक प्रसाद, प्रदीप कुमार, पूर्णिमा कुमारी, श्याम बिहारी, राजकुमार दुबे, राज कृत, अमरनाथ भारती, कमलेश कुमार, नानक चंद, अमित कुमार, हसीबुल, अशरफ कुमारी, चंदा रूपा कुमारी, उजाला कुमारी सोनम कुमारी अंजली कुमारी, राकेश कुमार, के साथ शिक्षक एवं सैकड़ो बच्चों के उत्साह देखने योग्य थे