खुद निगम ने ही जारी किए हैं 11 ऐसे स्थान जहां हो सकता है जल जमाव
वाराणसी।चिलचिलाती धूप, पसीने से तरबतर बदन, कभी लू तो कभी उमस से परेशान बनारसियों को बारिश का बेसब्री से इंतजार है। मानसून सक्रिय हो तो कुछ राहत मिले। मानसून विज्ञानियों की मानें तो अब इंतजार की घड़ियां खत्म होने को हैं हफ्ता दस दिन में बनारस में मानसून सक्रिय हो जाएगा। मानसून के सक्रिय होने से लोगो को गर्मी से तो राहत मिल जाएगी पर हर साल का रोना, ‘जलभराव’। इस जलभराव से मुक्ति इस बार भी नहीं मिलने वाली। बल्कि इस बरसात और मुसीबत झेलनी पड़ सकती है। कारण नगर निगम खुद ही आश्वस्त नहीं है अपनी तैयारी से।
नगर निगम ने खुद ही ऐसे 11 स्थान चिह्नित किए हैं जहां जलभराव होना ही है। अब जब नगर निगम ही खुद ये बता रहा है कि शहर के 11 स्थान पर जलभराव होना है तो सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है कि बारिश में शहर की क्या हालत होने वाली है। निगम ने क्या तैयारी की है। कुल मिला कर यह तय है कि अगर इस बनारस शहर में अच्थी बारिश हुई जिसकी लोग शिद्दत से प्रतीक्षा कर रहे हैं तो शहर का नरक बनना तय है। मोहल्लों को ताल-तल्लैया बनने से कोई रोक नहीं सकता।
*नगर निगम के इंतजाम*
-11 इलाके नगर निगम की ओर से चिन्हित जहां हो सकता है जलभराव
-12 पंप नगर निगम ने जलभराव से निपटने के लिए दुरुस्त कराए हैं
-01 राहत टीम भी बनाई है आपात स्थिति में मौके पर भेजकर कार्रवाई के लिए
*ये हैं चिन्हित इलाके*
– दशाश्वमेध जोन- औरंगाबाद
– भेलूपुर जोन-बजरडीहा, जक्खा और मोती झील
– वरुणापार जोन-मवईयां, पांडेयपुर और रमरेपुर
– आदमपुर जोन-जय प्रकाश नगर और कोनिया
– कोतवाली जोन-तेलियाबाग और लल्लापुरा
परंपरागत रूप से इन इलाकों में होता है जलजमाव
इंग्लिशिया लाइन, कैंट स्टेशन मार्ग, नेहरू मार्केट, तेलियाबाग, लल्लापुरा, छित्तूपुर, रेलवे कॉलोनी, दोषीपुरा, कमलगढ़हा, औसानगंज, राजापुरा, हनुमान फाटक, तेलियाना, रवींद्रपुरी कालोनी, इस्कान मंदिर, किरहिया रोड, गुलरिया मोड़ (खोजवां), पहडि़या चौराहा गौतम बुद्ध कॉलोनी, नईबस्ती लंका, सामनेघाट, नगवां, साकेत नगर, रोहितनगर, सुंदरपुर, कर्माजीतपुर, करौंदी, सुसुवाही, चितईपुर, अंधरापुल, नई सड़क, कोदई चौकी, गोदौलिया, गुरुबाग, औरंगाबाद, सामनेघाट मार्ग, सारनाथ में संग्रहालय से मूलगंध कुटी बौद्ध मंदिर मार्ग, जापानी बौद्ध मंदिर आदि।
जलभराव से निबटने के लिए नगर निगम ने पूरी तैयारी कर ली है। एक दर्जन पंप दुरुस्त करा लिए गए हैं। एक राहत टीम भी बनाई गई है। अलग से कंट्रोल रूम भी बनाया जाएगा।-अमरेंद्र कुमार, अधिशासी अभियंता, नगर निगम