पुलिस पर भी लगाया ससुरालियों का साथ देने का आरोप।
एसपीसे मुलाकात कर पीड़ित बहू और उसके भाई ने की शिकायत।
बलिया । जिस पुलिस पर महिला हिंसा और दहेज प्रताड़ना जैसी चीजों को रोकने की जिम्मेदारी है उसी के प्रहरी इसमें फंसे हैं। एक थानेदार और उसके परिवार पर ही दहेज के लिये अपनी बहू को प्रताड़ित करने का आरोप लगा है। बहू ससुरालियों के खिलाफ थाने पहुंच गयी है। उसने पुलिस पर भी ससुरालियों की मदद का आरोप लगाया है। इतना ही नहीं बहू के भाई का दावा है कि पुलिस उनकी शिकायत पर कार्रवाई के बजाय उन्हें टाल रही है और उन पर हमला भी हो सकता है।
मामला बलिया जिले का है। एसपी के यहां शिकायत करने पहुंचे झारखंड रांची के आदर्श नगर थाना टांटी निवासी धनंजय ओझा पुत्र जनार्दन ओझा ने बताया कि उसकी बहन की शादी बलिया के दुबहड़ थानान्तर्गत मिसिर छपरा गांव निवासी विरेन्द्र मिश्रा के बेटे विवेकानंद मिश्रा के साथ हुई थी। विवेकानंद मिश्रा किसी एविएशन कंपनी में इंजीनियर हैं और दिल्ली में रहते हैं। धनंजय ओझा ने आरोप लगाया कि दो दिन पहले उनके पिता को फोन कर धमकाया भी गया, जिसकी रिकॉर्डिंग भी उनके पास है। दावा किया कि पुलिस भी बहन के ससुरालियों की मदद कर रही है, उन पर एक्शन लेने के बजाय हमें कार्रवाई का आश्वासन देकर टहला रही है, क्योंकि मेरी बहन के ससुर विरेन्द्र मिश्रा भी पुलिस वाले हैं और वह जौनपुर के थाने में सब इंस्पेक्टर के पद पर तैनात हैं। कहा कि उनकी बहन की स्थिति ठीक नहीं है और उन पर भी हमला हो सकता है। बहन को प्रताड़ित किया गया है।
पीड़ित बहू ने बिाया कि 31 मई 2017 को उनकी शादी हुई थी। ससुराली उन्हें दहेज के लिये प्रताडित करते हैं। आरोप लगाया कि उन्हें ससुरालियों ने मिलकर मारा-पीटा है और दहेज की मांग की जा रही है। दहेज व रुपये न लाने पर घर से निकाला जा रहा है। पति भी भी प्रताड़ित करने का आरोप लगाया और उनका दूसरी लड़की के साथ रिलेशन होने का भी दावा किया। बताया कि पोस्टमैन के जरिये उन्होंने अपने परिवार को खबर दिलायी और 100 डायल को फोन कर थाने पहुंचीं। पुलिस को कटघरे में खड़ा करते हुए आरोप लगाया कि वह पुलिस स्टेशन पहुंचकर 3 घंटे बैठी रहीं, लेकिन जब उनका भाई आया तब जाकर उनकी सुनवायी हुई और पुलिस ने धाराएं भी गलत व हल्की लगायीं।