मोरवा पुलिस जुटी परिजनों की तलाश में
रविवार शाम मोरवा साप्ताहिक बाजार में 3 वर्ष की मासूम बच्ची अपने परिजनों से बिछड़ गई। देर शाम भीड़-भाड़ भरे साप्ताहिक बाजार में स्थानीय लोगों ने काले फ्रॉक में एक मासूम बच्ची को रोते बिलखते देखा तो उससे उसके परिजनों के बारे में पूछना चाहा, परंतु 3 साल की अबोध बालिका कुछ बोल नहीं पा रही थी। लोगों ने उसके परिजनों को ढूंढने का काफी प्रयास किया परंतु उनके ना मिलने के बाद बूढ़ी माई निवासी *उर्मिला खैरवार* पति शिवप्रसाद खेरवार ने रोती बिलखती बच्ची को अपने घर ले जाना मुनासिब समझा। जहां उसकी देखभाल कर अगले दिन सुबह वह दंपत्ति मोरवा थाने आ पहुंचे। *हैरत की बात थी की सारी रात बच्ची के नहीं मिलने के बावजूद उसके परिजन उसके गुम होने की रिपोर्ट कराने थाने में नहीं आए थे।* मामले को समझते हुए *मोरवा निरीक्षक अनूप सिंह ठाकुर* ने वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशन पर एक टीम गठित कर बच्ची के परिजनों को ढूंढने में लगा दी है। उनके अनुसार बच्ची को देखकर लगता है कि वह आस-पास के किसी ग्राम की है जहां से भारी मात्रा में लोग खरीदारी करने साप्ताहिक बाजार आते हैं। फिलहाल बच्ची बूढ़ी माई निवासी उर्मिला खैरवार के पास सुरक्षित है और उनके परिजनों को ढूंढने का प्रयास जारी है।