फर्जी कागजात पर परियोजना में गेटपास बनवाने पहुँचे बीपीसीएल टैंकर को सीआइएसएफ ने पकड़ कर पुलिस को सौपा

रामजियावन गुप्ता
बीजपुर/सोनभद्र एनटीपीसी रिहन्द  परियोजना के सुरक्षा में लगे औधोगिक सुरक्षा बल के जवानों की सक्रियता से पावर प्लांट के अंदर जाने के लिए मुगलसराय से लेकर आए पट्रोल व डीजल के एक टैंकर को फर्जी कागजातों के साथ घुसने की कोशिश को नाकाम कर पकड़े गए टैंकर और फर्जी कागजात को कब्जे में लेकर पुलिस को सौप दिया।

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जानकारी के अनुसार पावर प्लांट में मुगलसराय से डीजल एवं पेट्रोल लेकर बुधवार की शाम  आया टैंकर चालक जब परियोजना गेट पर जवानों को गाड़ी के पेपर चेक  करा कर पास बनवाने जा रहा  था कि अचानक जवानों को उसके पेपर पर कुछ शक हुआ तो पेपर की गहनता से जांच की गयी तो गाड़ी के सभी पेपर फर्जी पाए गए जिस पर जवानों ने जब चालक से पूछताछ की तो बताया कि मै अनपढ़ हूँ मेरे को मालिक ने जो पेपर दिए है उन्ही को लेकर आया हूँ।जवानों ने बताया कि इतनी मात्रा में पट्रोल एवं डीजल जैसे विस्फोटक पदार्थ फर्जी  कागजात  कागजात के जरिये कैसे  लेकर आया। टैंकर से अगर रास्ते मे किसी तरह की अनहोनी हो जाये तो इसका जिम्मेदार कौन होगा।गौरतलब हो कि पावर प्लांट में समान लेकर जाने वाले वाहनों की सीआईएसएफ के जवानों द्वारा गहनता से जांच के बाद ही अंदर प्रवेश दिया जाता है।बरहाल सीआईएसएफ के जवानों ने टैंकर को कड़ी कार्यवाही के लिए स्थानीय पुलिस के हवाले कर दिया।मुगलसराय से फर्जी कागजातों के जरिए रिहन्द परियोजना तक लगभग 250 किलो मीटर  टैंकर कैसे पहुंचा चुनाव के माहौल में भी किसी ने जांच नही की यह  चर्चा का विषय बना हुआ है। इसबाबत सीआईएसएफ बिजलेंस का कहना है कि पकड़े गए टैंकर नम्बर यूपी 67 टी 6272 के सभी कागजात फर्जी है इसका इंश्योरेंस और फिटनेस किसी अन्य वाहन यूपी 67 टी 6276 तथा यूपी 67 बी 5791 नम्बर की गाड़ी का  शो कर रहा है। सीआईएसएसएफ के लिखित तहरीर पर तेल से लोड टैंकर सहित सभी कागजात को कब्जे में लेकर पुलिस  ने पूरे मामले की गहनता से जांच पड़ताल में जुटी है।

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