बलिया यू पी सरकार के मंत्री उपेन्द्र तिवारी और पूर्व मंत्री अम्बिका चौधरी का मामला उलझा

बलिया।उत्तर प्रदेश के बलिया में प्रदेश यू पी सरकार के मंत्री उपेन्द्र तिवारी और पूर्व मंत्री अम्बिका चौधरी का मामला उलझता जा रहा हैं एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप जारी हैं। वही-सरकार के मंत्री उपेंद्र तिवारी ने अपने आवास पर प्रेसवार्ता के माध्यम से सपा सरकार में राजस्व मंत्री रहे अपने प्रतिद्वंदी अम्बिका चौधरी को प्रदेश का सबसे बड़ा भू माफिया कहा है । श्री तिवारी ने कहा कि राजस्व मंत्री रहते हुए श्री चौधरी ने अपनी पारिवारिक संस्था को नियम विरुद्ध तरीके से लखनऊ के नौबस्ता में साढ़े 13 बीघा जमीन सरकार से पट्टा दिलवाये । जिसको मेरे प्रयास से अब सिर्फ खाली ही नही कराया गया है बल्कि उसपर ग्राम पंचायत का नाम पुनः दर्ज करा दिया गया है । आज इस जमीन की बाजारू कीमत 250 से 300 करोड़ रुपये है । इसी नुकसान से रंज करते हुए श्री चौधरी की साजिश से इनके चचेरे भाई नागा चौधरी जो खाद्यान्न के घोटाले में दोषी है और साढ़े 6 करोड़ रुपये की रिकवरी का वांटेड है , से मुझे फोन पर भद्दी भद्दी गालियां दिलवायी है । चुनाव के बाद इनके खिलाफ भू माफिया का भी मुकदमा शुरू कराया जायेगा ।
वही मंत्री उपेंद्र तिवारी द्वारा लगाये गये ताजा आरोपो पर पूर्व मंत्री अम्बिका चौधरी का कहना है कि बलिया लोकसभा से भाजपा का प्रत्याशी हार रहा है और इनका मंत्री पद चूंकि 23 मई के बाद छीन जाएगा, इस लिये ये हताशा और कुंठा के चलते बोल रहे है । मेरे ऊपर इनके द्वारा लगाये गये सारे आरोप बेबुनियाद और मुझे बदनाम करने के नियत वाले है । मेरा मानना है कि नागा ने तो अलबत्ता गाली दी ही नही होगी इसकी जांच होनी चाहिये , क्योकि राजनीति में विरोधियों को गाली देने की राजनीति मै नही करता हूँ । अभी मैं अपने गठबंधन के प्रत्याशी को जिताकर दिल्ली भेजने के कार्य मे हूं , 23 मई के बाद हर सप्ताह मैं प्रेसवार्ता करके माननीय मंत्री जी और इनके सहयोगियों/मित्रो/परिजनों के सम्बंध में ऐसे ऐसे तथ्य लाऊंगा कि मंत्री जी जीवनभर किसी पर अनर्गल आरोप नही लगाएंगे ,तब सबके सामने होगा कि कौन है दागदार ?
वर्तमान और पूर्व मंत्रियों के द्वंद का क्लाइमेक्स लोकसभा चुनाव के बाद आने वाला है । देखना यह है कि किसके सबूतों में दम होता है ?बलिया 2019 का चुनाव रण बन चुका हैं।

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