खेल डेस्क. इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) का 12वां संस्करण शुरू होने में अब सिर्फ तीन दिन रह गए हैं। इस बार टूर्नामेंट में आठ टीमें हिस्सा लेंगी। इनमें से दिल्ली कैपिटल्स ही एकमात्र टीम है, जो पिछले 6 साल से प्लेऑफ में जगह बनाने में नाकाम रही है, जबकि शुरुआती पांच संस्करण में वह तीन बार सेमीफाइनल में जगह बनाने में सफल रही थी। दिल्ली कैपिटल्स का पिछले संस्करण तक नाम दिल्ली डेयरडेविल्स था।
आईपीएल में दिल्ली कैपिटल्स ही ऐसी टीम है, जो एक बार भी खिताबी मुकाबले में जगह नहीं बना पाई। उसके अलावा आईपीएल में इस समय खेल रही सभी टीमें कभी न कभी फाइनल जरूर खेल चुकी हैं। सबसे ज्यादा बार फाइनल खेलने का रिकॉर्ड चेन्नई सुपरकिंग्स के नाम है। चेन्नई ने अब तक हुए 11 आईपीएल में से 7 फाइनल खेले हैं।
दिल्ली सबसे ज्यादा चार बार अंत तालिका में अंतिम स्थान पर रही
दिल्ली कैपिटल्स के नाम एक और अनचाहा रिकॉर्ड दर्ज है। वह आईपीएल के अब तक के संस्करणों में सबसे ज्यादा चार बार अंक तालिका में अंतिम पर रही है। वह 2011, 2013, 2014 और 2018 में अंतिम स्थान पर रही है। उसके बाद किंग्स इलेवन पंजाब का नंबर आता है। वह 2010, 2015 और 2016 में अंतिम नंबर पर रही थी।
साल | कौन सी टीम अंतिम पर रही |
2008 | डेक्कन चार्जर्स |
2009 | कोलकाता नाइटराइडर्स |
2010 | किंग्स इलेवन पंजाब |
2011 | दिल्ली कैपिटल्स |
2012 | पुणे वॉरियर्स इंडिया |
2013 | दिल्ली कैपिटल्स |
2014 | दिल्ली कैपिटल्स |
2015 | किंग्स इलेवन पंजाब |
2016 | किंग्स इलेवन पंजाब |
2017 | रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु |
2018 | दिल्ली कैपिटल्स |
दिल्ली का सक्सेस रेट 42%, सभी टीमों में सबसे कम
मौजूदा आठ टीमों में दिल्ली कैपिटल्स ही इकलौती टीम है, जिसका सक्सेस रेट 45 से भी कम है। उसने आईपीएल 2008 से 2018 तक 161 मैच खेले। इनमें से वह 67 को ही जीतने में सफल रही, जबकि 91 मुकाबलों में उसे हार का सामना करना पड़ा।
एक मैच टाई और एक का नतीजा नहीं निकला।
टीम | सक्सेस रेट |
चेन्नई सुपरकिंग्स | 61.56% |
मुंबई इंडियंस | 57.01% |
सनराइजर्स हैदराबाद | 55.37% |
कोलकाता नाइटराइडर्स | 53.04% |
राजस्थान रॉयल्स | 52.65% |
रॉयल चैलेंजर्स बेंगलरु | 48.17% |
किंग्स इलेवन पंजाब | 46.29% |
दिल्ली डेयरडेविल्स | 42.45% |
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