खेल डेस्क. वनडे वर्ल्ड कप शुरू होने में 75 दिन बाकी हैं। भारतीय क्रिकेट टीम को वर्ल्ड कप तक अब कोई मैच नहीं खेलना है। कप्तान विराट कोहली साफ कर चुके हैं कि वर्ल्ड कप की टीम इंडिया की प्लेइंग लगभग तय है, सिर्फ एक बदलाव देखने को मिल सकता है। टीम इंडिया दो बार 1983 और 2011 में वर्ल्ड कप जीत चुकी है और इस बार भी चैम्पियन बनने की दावेदार है। आंकड़े भी उसके पक्ष में हैं। 1999 में 14 मई से 20 जून तक आठवां वनडे वर्ल्ड कप हुआ था। तब ऑस्ट्रेलिया चैम्पियन बनाा था। तब से अब तक चार वर्ल्ड कप हो चुके हैं। इनमें से तीन बार वही टीम चैम्पियन बनी, जिसका टूर्नामेंट से पहले सक्सेस रेट सबसे ज्यादा रहा। वह टीम ऑस्ट्रेलिया थी। 2011 में वह चैम्पियन नहीं बन पाई। उस वर्ल्ड कप ऑस्ट्रेलिया का अभियान टीम इंडिया ने ही रोका था और वही चैम्पियन बनी थी।
2015 में 14 फरवरी से 29 मार्च तक वर्ल्ड कप के मुकाबले हुए। उसके बाद से टीम इंडिया ने अब तक 86 वनडे खेले हैं। इनमें से उसने 56 जीते हैं, जबकि 27 में उसे हार का सामना करना पड़ा। दो मैच टाई रहे और एक का नतीजा नहीं निकला। दूसरे नंबर पर इंग्लैंड है। उसने 82 में से 53 वनडे जीते और 23 हारे। एक मुकाबला टाई और पांच बेनतीजा रहे।
वर्ल्ड कप 2003: ऑस्ट्रेलिया तीसरी बार चैम्पियन बना
पिछले चार वर्ल्ड कप की बात करें तो 21 जून 1999 से 8 फरवरी 2003 तक ऑस्ट्रेलिया का सक्सेस रेट सबसे ज्यादा रहा था। उसने इस दौरान 88 वनडे खेले। इनमें से 65 जीते और 19 हारे। दो मैच टाई रहे। दो बेनतीजा रहे। 9 फरवरी से 23 मार्च तक वर्ल्ड कप हुआ। उसमें ऑस्ट्रेलियाई टीम चैम्पियन बनी।
वर्ल्ड कप 2007: ऑस्ट्रेलिया लगातार तीसरी बार चैम्पियन
इसके बाद 24 मार्च 2003 से 12 मार्च 2007 तक भी ऑस्ट्रेलिया का सक्सेस रटे सबसे ज्यादा रहा। उसने 114 वनडे खेले और 80 जीते। 28 में उसे हार मिली, एक मैच टाई रहा, जबकि पांच मैच बेनतीजा रहे। 13 मार्च 2007 से 28 अप्रैल तक वर्ल्ड कप चला और ऑस्ट्रेलिया ने चौथी बार यह खिताब जीता।
वर्ल्ड कप 2011 : टीम इंडिया ने क्वार्टर फाइनल में ऑस्ट्रेलिया को हराया, चैम्पियन बनी
29 अप्रैल 2007 से 18 फरवरी 2011 के दौरान भी ऑस्ट्रेलिया का सक्सेस रेट सबसे ज्यादा रहा। उसने 99 वनडे में से 64 में जीत हासिल की। 29 मैच गंवाए, जबकि 6 का नतीजा नहीं निकला। 19 फरवरी से 2 अप्रैल तक वर्ल्ड कप चला। हालांकि, इस बार उसका सफर क्वार्टर फाइनल में ही खत्म हो गया। क्वार्टर फाइनल में भारत ने उसे 5 विकेट से हराया। दो अप्रैल को मुंबई में हुए फाइनल में टीम इंडिया ही चैम्पियन बनी।
वर्ल्ड कप 2015 : माइकल क्लार्क की कप्तानी में पहली बार चैम्पियन बनीऑस्ट्रेलिया टीम
10वें वर्ल्ड कप के बाद और 11वें वर्ल्ड कप से पहले यानी 3 अप्रैल 2011 से 13 फरवरी 2015 तक भी ऑस्ट्रेलिया का सक्सेस रेट सबसे ज्यादा रहा। उसने 83 में से 48 वनडे में जीत हासिल की। उसे 28 में हार का सामना करना पड़ा। एक मैच टाई रहा और 6 मैच बेनतीजा रहे। 14 फरवरी से 29 मार्च तक वर्ल्ड कप चला और ऑस्ट्रेलिया एक बार फिर चैम्पियन बना। उस समय टीम की कमान माइकल क्लार्क के हाथों में थी।
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