नई दिल्ली. आचार संहिता क्या होती है ज्यादातर लोगों को इस बात की जानकारी ही नहीं है। तो चलिए हम आपको यहां आचार संहिता से जुड़ी कुछ खास जानकारी अपलब्ध कराने जा रहे हैं। 10 मार्च को लोकसभा चुनाव की तारीखों की घोषणा हो चुकी है और इसी के साथ लागू हो गया है कोट ऑफ कंडक्ट यानि आदर्श आचार संहिता। दरअसल, हर बार ही चुनाव की घोषणा के साथ ही आचार संहिता खुद ब खुद लागू हो ही जाती है। और ये मतगणना तक लागू होती है। इस दौरान राजनीतिक दलों और राजनेताओं को कुछ खास नियमों का पालन करना पड़ता है। और अगर वो आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन करते हैं तो कड़ी कार्रवाई भी की जाती है।
आचार संहिता क्या होती है?
आचार संहिता एक तरह से वो नियम हैं जो चुनाव की घोषणा के साथ ही राजनीतिक दलों और राजनेताओं पर लागू हो जाते हैं। ये नियम चुनाव प्रक्रिया पूरी होने तक यानि मतगणना तक लागू रहते हैं।
आचार संहिता के नियम
-सार्वजनिक धन के इस्तेमाल पर रोक ताकि किसी राजनीतिक दल या राजनेता को चुनावी लाभ ना मिले।
-सरकारी गाड़ी, सरकारी विमान या सरकारी बंगले के इस्तेमाल की मनाही चुनाव प्रचार के लिए होती है।
-वोटरों को रिझाने के लिए किसी भी तरह की सरकारी घोषणाओं, लोकार्पण, शिलान्यास की मनाही।
-किसी भी राजनीतिक रैली से पहले पुलिस की अनुमति ज़रूरी होती है।
-धर्म के नाम पर वोट मांगने की मनाही
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आचार संहिता का उल्लंघन हुआ तो कड़ी कार्रवाई
आदर्श आचार संहिता के नियमों का अगर उल्लंघन किया जाता है तो कड़ी कार्रवाई भी अमल में लाई जा सकती है। अगर प्रत्याशी आचार संहिता का उल्लंघन करता है तो उसकी उम्मीदवारी तक रद्द की जा सकती है।
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