सोनभद्र ।2 मार्च को मुख्य विकास अधिकारी अजय कुमार द्विवेदी की अध्यक्षता में एक बैठक का आयोजन किया गया। इसका मुख्य उद्देश्य सोनभद्र जनपद के सभी विद्यालयों में इंफ्रास्ट्रक्चर को सुदृढ़ करना था।
पंचायतीराज विभाग को निर्देशित किया गया समस्त विद्यालयों में आंतरिक वायरिंग करवाएं। कायाकल्प हेतु समस्त 2458 विद्यालयों की पेयजल, शौचालय, कमरों की दशा, किचन, बाउंड्री की फ़ोटो को डिजिटल तरीके से एकत्र करने का निर्देश दिया है। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी द्वारा खंड शिक्षा अधिकारियों को संबोधित करते हुए कहा गया की सभी अपने अपने विकासखंड के सभी विद्यालयों की सूची बनाकर जिसमें फर्नीचर बच्चों के बैठने हेतु उपलब्ध कराना है, बच्चों की नामांकन के आधार पर अस्सी परसेंट बच्चों के लिए तीन तरह की सूची बनाएं जिसमें कक्षा 1 से 2 के लिए अलग, कक्षा 3 से 5 के लिए अलग तथा कक्षा 6 से 8 के लिए अलग सूची तैयार की जाए और उन्होंने बच्चों की संख्या बनाकर 10 मार्च तक बीएसए को उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं। साथ ही साथ निर्देशित किया गया कि सभी विद्यालयों के लिए लाइब्रेरी बनाने हेतु फंड उपलब्ध करा दिया गया है अविलम्ब इस हेतु कार्यवाही करना सुनिश्चित करें तथा सभी विद्यालयों में लाइब्रेरी की स्थापना 10 मार्च तक हर हाल में हो जाए। इस विषय में घोरावल के खंड शिक्षा अधिकारी द्वारा लाइब्रेरी हेतु गाइडलाइन ना होने की बात कही जिसके लिए बीएसए डॉ गोरखनाथ पटेल द्वारा बताया गया कि वह गाइडलाइन सभी खंड शिक्षा अधिकारी को उपलब्ध करा दी जाएगी। सोनभद्र जनपद के अधिगम स्तर को ऊपर उठाने के लिए योजना पर चर्चा करते हुए उन्होंने मिशन सोन छात्र उपस्थिति 80% की तारीफ की लेकिन उन्होंने यह भी कहा कि यह शिक्षकों और विभाग के अधिकारियों का स्वयं का प्रयास होना चाहिए। जिला विकास अधिकारी राम बाबू त्रिपाठी ने चिंता व्यक्त की कि उपजिलाधिकारी घोरावल के निगरानी के हटने पर जनपद की उपस्थिति प्रतिशत गिरने लगी है। घोरावल के अतिरिक्त अन्य ब्लॉकों ने लक्ष्य को प्राप्त नहीं किया।
शिक्षकों और छात्रों की उपस्थिति दर्ज करने के लिए महत्वाकांक्षी जनपदों के लिए बने एप्लिकेशन इको अटेंन्डेन्स की प्रगति के बारे में अवगत कराया गया। मुख्य विकास अधिकारी ने मार्च माह तक शिक्षकों की उपस्थिति सेल्फी एट अटेंन्डेन्स और अखबार के माध्यम से देने पर कार्य करने का निर्देश दिया। जब इको अटेंन्डेन्स से सभी उपस्थिति देने की स्थिति में होंगे तो इसे हटाया जा सकता है।
समस्त उच्च प्राथमिक विद्यालयों में पढ़ने वाले छात्रों के लिए जनधन अकाउंट जीरो बैलेंस पर बैंक मित्रों द्वारा कैम्प लगाकर खोले जाएंगें।