नई दिल्ली. पाकिस्तान में जैश-ए-मोहम्मद के ट्रेनिंग कैम्पों पर भारतीय वायुसेना के हमले के बाद पाकिस्तान में खौफ का माहौल है। लेकिन, ऐसा लगता है कि वहां का मीडिया सेना के दबाव में आ गया है। मंगलवार सुबह ‘द डॉन’ समेत कुछ अखबारों ने भारत के हमले की खबर दी लेकिन कुछ ही देर बाद ये खबरें हटा ली गईं। हालांकि, इससे फर्क इसलिए नहीं पड़ता क्योंकि वहां की संसद में सरकार के खिलाफ शर्म करो-शर्म करो के नारे लगे। द डॉन की खबर में कहा गया कि भारतीय वायुसेना ने एलओसी पार करने की कोशिश की लेकिन पाकिस्तानी वायुसेना की सजगता के चलते उन्हें वापस लौटना पड़ा। इसी खबर में ये भी कहा गया कि बचने की कोशिश में भारतीय वायुसेना ने बालाकोट के निकट अपने पेलोड यानी बम गिरा दिए।
पाकिस्तान के जेट फाइटर ने पीछा किया
‘द एक्सप्रेस ट्रिब्यून’ ने लिखा- एलओसी पर उल्लंघन के बाद पाकिस्तान एयरफोर्स के विमानों ने भारतीय जेट फाइटर्स का पीछा किया। इसी अखबार में पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी का बयान भी आया है। कुरैशी ने कहा था- भारत को हमले का माकूल जवाब दिया जाएगा। ‘द नेशन’ ने अपने आर्टिकल में लिखा- देश के नागरिक और सेना दोनों हाई अलर्ट पर हैं।
घुसपैठ की कोशिश नाकाम
पाकिस्तान के ज्यादातर अखबारों ने लिखा है कि इंडियन एयरफोर्स ने घुसपैठ की कोशिश की लेकिन पाकिस्तान ने उन्हें लौटने पर मजबूर कर दिया। ‘पाकिस्तान टुडे’ ने लिखा- एलओसी पर भारत की घुसपैठ की कोशिश के बाद इमरान खान ने हाई लेवल मीटिंग बुलाई। खास बात ये है कि पाकिस्तान में किसी भी न्यूज पोर्टल और अखबार ने यह मानने से इनकार कर दिया कि बालाकोट में जैश का कैंप तबाह कर दिया गया है। समा टीवी ने कहा- भारत के जंगी विमानों ने एलओसी पार करने की कोशिश की लेकिन हमारे विमानों ने उन्हें वापस जाने पर मजबूर कर दिया। वहां, कुछ टीवी चैनलों पर बहस भी शुरू हो गई है। विपक्ष के सांसद सरकार से सच्चाई सामने लाने की मांग कर रहे हैं।
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