नई दिल्ली. गुरूवार को पुलवामा हमले (Pulwama Attack) ने देश को हिला कर रख दिया है। यही कारण है कि सरकार ने भी बड़ा कदम उठाते हुए पाकिस्तान से मोस्ट फेवर्ड नेशन का दर्जा वापस ले लिया है। इसके अलावा पाकिस्तान को अलग-थलग करने के लिए कूटनीतिक कदम भारत सरकार की तरफ से उठाए जाएंगे। आतंक और आतंक को समर्थन देने वाले लोगों को इसकी बड़ी कीमत चुकानी होगी। आज ये सब तमाम बड़ी बातें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई सीसीएस (CCS) यानि सिक्योरिटी पर कैबिनेट बैठक में शामिल होने के बाद वित्त मंत्री अरूण जेटली (Arun Jaitely) ने कही है। इस दौरान उनके साथ रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitaraman) भी मौजूद थीं। वही इस दौरान अरूण जैटली ने बताया कि आतंक और आतंक का समर्थन करने वालों को किसी भी कीमत पर अब बख्शा नहीं जाएगा और उसकी बड़ी कीमत उन्हे चुकानी होगी।
Arun Jaitley: MEA will initiate all possible diplomatic steps which are to be taken to ensure the complete isolation from the international community of Pakistan of which incontrovertible is available of having a direct hand in this act. pic.twitter.com/HmXou32NbE
— ANI (@ANI) February 15, 2019
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राजनाथ सिंह जाएंगे श्रीनगर (Srinagar)
वही अब केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) श्रीनगर पहुचेंगे जहां दिन भर वहां बैठक का दौर चलेगा। वही हो सकता है कि राजनाथ सिंह हादसे की जगह का दौरा भी करें। वही कल गृहमंत्री की वापसी के बाद सर्वदलीय बैठक बुलाई जाएगी जिसमें सभी दलों से पुलवामा अटैक (Pulwama Attack) को लेकर चर्चा की जाएगी और आगे की रणनीति बनाई जाएगी।
पुलवामा अटैक में 37 जवान हुए हैं शहीद
श्रीनगर से लगभग 20 किलोमीटर दूर हुए इस हमले में देश के 37 जवान शहीद हो गए हैं जिसमें अकेले उत्तर प्रदेश से 12 जवान शामिल हैं। आपको बता दें कि गुरूवार को केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के काफिले पर जम्मू कश्मीर हाईवे पर अवंतिपोरा इलाके में दोपहर 3:15 बजे ये हमला हुआ। भारी मात्रा में आईडी से भरी एक कार सीआरपीएफ के काफिले में शामिल एक बस से जा टकराई जिससे बस के परखच्चे उड़ गए। हमले के वक्त 78 वाहनों के काफिले में 2, 547 जवान जम्मू से श्रीनगर जा रहे थे। इनमें अधिकांश जवान छ्ट्टी से ड्यूटी पर वापस लौटे थे। ये हमला कितना भयंकर था इसका अंदाज़ा इसी बात से लगाया जा सकता है कि इस हमले की आवाज़ 10 किलोमीटर तक सुनाई दी थी।
पुलवामा का ही रहने वाला है हमलावर
हमलावर भी पुलवामा का ही रहने वाला बताया जा रहा है जिसकी पहचान पुलवामा के काकापोरा निवासी आदिल अहमद के तौर पर हुई है। बताया जा रहा है कि आदिल एक साल पहले ही यानि 2018 में जैश-ए-मोहम्मद में शामिल हुआ था।
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