ओस्त्रावा. महिला टेनिस खिलाड़ियों का वर्ल्ड कप (फेड कप) शुरू हो चुका है। इसके क्वार्टर फाइनल मुकाबले शनिवार से शुरू हुए, जबकि अगले साल के क्वालिफायर राउंड भी खेले जा रहे हैं। यह टीम के लिहाज से महिला खिलाड़ियों का सबसे बड़ा वर्ल्ड कप है। इससे ज्यादा टीमें महिलाओं के किसी अन्य टूर्नामेंट में नहीं खेलती हैं। इसमें 97 टीमें हिस्सा ले रही हैं।
क्वार्टर फाइनल लाइनअप
चेक रिपब्लिक v/s रोमानिया
ऑस्ट्रेलिया v/s अमेरिका
जर्मनी v/s बेलारूस
फ्रांस v/s बेल्जियम
चेक गणराज्य की रोमानिया से भिड़ंत
इस बार डिफेंडिंग चैम्पियन चेक रिपब्लिक की टीम अपना खिताब बचाने उतरी। उसकी क्वार्टर फाइनल में भिड़ंत रोमानिया से होगी। चेक रिपब्लिक पिछले 8 में से 6 बार चैम्पियन बना है। चेक रिपब्लिक की कप्तान कैरोलिना प्लिसकोवा और रोमानिया की कप्तान सिमोना हालेप हैं। दोनों रैंकिंग में वर्ल्ड नंबर-1 रह चुकी हैं। चेक रिपब्लिक की टीम 11वीं बार सेमीफाइनल में जगह बनाने उतरी है।
19 साल पहले 100 टीमें उतरीं थीं
साल 2000 में खेले गए फेड कप में सबसे ज्यादा 100 टीमें उतरीं थीं। इतनी टीमें होने के कारण इसका फॉर्मेट ऐसा बनाया गया है कि अगले साल होने वाले नॉकआउट मैचों के लिए एक साल पहले क्वालिफाइंग शुरू हो जाते हैं। फेड कप में टीमों को जोन में बांट दिया जाता है। क्वालिफाइंग मुकाबले जोन की टीमों के बीच होते हैं। इसमें जीतने वाली टीमें नॉकआउट खेलती हैं। इस बार, चेक रिपब्लिक, रोमानिया, फ्रांस, बेल्जियम, जर्मनी, बेलारूस, ऑस्ट्रेलिया, अमेरिका क्वार्टर फाइनल में पहुंचा। इस बार आईटीएफ ने फेड कप की प्राइज मनी दोगुनी कर दी है। प्राइज मनी 55 करोड़ रुपए है। यह पिछली बार से 29 करोड़ ज्यादा है।
1919 में आइडिया दिया, इसके 44 साल बाद शुरू हुआ
महिला टीम टेनिस टूर्नामेंट शुरू करने का आइडिया अमेरिका की टेनिस खिलाड़ी हेजल हॉचकिस व्हिटमेन ने 1919 में दिया था। हालांकि, तब उनका आइडिया खारिज कर दिया गया। इसके 44 साल बाद 1963 में उन्हीं के आइडिया पर फेडरेशन कप शुरू हुआ। ब्रिटेन की मेरी हार्डविक हेयर ने 1962 में इसका प्लान बनाया और अगले साल इंटरनेशनल टेनिस फेडरेशन (आईटीएफ) की 50वीं वर्षगांठ पर इसे शुरू किया। पहली बार 16 देशों की टीमों ने हिस्सा लिया था। अमेरिका की टीम चैंपियन बनी थी। इसमें कोई प्राइज मनी नहीं थी। खिलाड़ियों ने खुद अपना खर्च उठाया था।
सिर्फ तीन देश जीत पाए एक साथ डेविस और फेड कप
पुरुषों के वर्ल्ड कप डेविस कप की तरह फेड कप में भी अमेरिका सबसे सफल देश रहा है। वह 18 बार चैम्पियन बना है। अब तक सिर्फ तीन देश डेविस कप और फेड कप एक साथ जीत चुके हैं। अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया और चेक रिपब्लिक की टीमें ही एक साल में दोनों खिताब अपने नाम कर सकी हैं।
अब तक 11 देश चैम्पियन बने
देश | खिताब |
अमेरिका | 18 |
चेक रिपब्लिक* | 11 |
ऑस्ट्रेलिया | 7 |
स्पेन | 5 |
इटली | 4 |
रूस | 4 |
फ्रांस | 2 |
जर्मनी | 2 |
* 5 बार चेकोस्लोवाकिया के रूप में जीता है। बेल्जियम, स्लोवाकिया, दक्षिण अफ्रीका भी एक-एक बार चैम्पियन बन चुके हैं। चेक रिपब्लिक पिछले 8 में से 6 बार चैंपियन बना है।
निरुपमा संजीव सबसे सफल भारतीय खिलाड़ी
निरुपमा संजीव सबसे सफल भारतीय खिलाड़ी हैं। उनकी फेड कप में जीत-हार का रिकॉर्ड 29-14 है। वे सबसे ज्यादा सिंगल्स जीतने वाली भारतीय खिलाड़ी भी हैं। मनीषा मल्होत्रा-निरुपमा संजीव की टीम सबसे सफल है। उन्होंने 6 में से एक भी नहीं हारा। वहीं, सानिया मिर्जा के नाम सबसे ज्यादा साल तक खेलने और सबसे ज्यादा डबल्स जीतने का रिकॉर्ड है। वे फेड कप में 10 साल खेली हैं। उनका जीत-हार का रिकॉर्ड 11-5 है।
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