सभी स्टेडियम को सोलर, विंड और बायोमास से ऊर्जा मिलेगी, विंटर गेम्स में पहली बार

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बीजिंग. चीन की राजधानी बीजिंग में 2022 में होने वाले विंटर ओलिंपिक और पैरालिंपिक पूरी तरह ग्रीन एनर्जी की मदद से ऑपरेट होंगे। यह पहला मौका है, जब किसी ओलिंपिक को पूरी तरह ग्रीन एनर्जी पर आधारित किया जा रहा है। ओलिंपिक के आयोजन का जिम्मा संभाल रही बीजिंग ऑर्गनाइजिंग कमेटी और स्टेट ग्रिड कॉर्पोरेशन ऑफ चीन (एसजीसीसी) के बीच हुई बैठक में इस बात पर मुहर लगी कि ओलिंपिक में इस्तेमाल होने वाले ऊर्जा उपकरणों से वातावरण को कम से कम नुकसान हो।
इसके तहत सिर्फ ग्रीन एनर्जी के ही इस्तेमाल से सभी ऊर्जा उपकरणों को संचालित किया जाएगा। ग्रीन एनर्जी, रिन्यूएबल एनर्जी का सबसे अच्छा और फायदेमंद रूप है। इसका मतलब होता है- ऊर्जा का ऐसा साधन, जिससे पर्यावरण को नुकसान ना हो।

पांच तरीके से पाई जा सकती है ग्रीन एनर्जी
ग्रीन एनर्जी प्राप्त करने के पांच तरीके हो सकते हैं- सोलर, विंड, बायोमास, जियोथर्मल और हाइड्रोपावर। बीजिंग शहर के वाइस-मेयर और ओलिंपिक ऑर्गनाइजिंग कमेटी के एग्जीक्यूटिव वाइस-प्रेसिडेंट झांग जियांगडोंग ने बताया,‘ओलिंपिक में इस्तेमाल करने के लिए ग्रीन एनर्जी खरीदने की प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है।’

वेस्ट चीजों को रिसाइकिल कर लंदन ओलिंपिक में भी किया गया था इस्तेमाल
इससे पहले 2020 टोक्यो ओलिंपिक को भी रिन्यूएबल एनर्जी की मदद से कराने का फैसला लिया गया था। इसके तहत ओलिंपिक में इस्तेमाल होने वाली चीजों को वेस्ट रिसाइकिल करके तैयार किए जाने की योजना बनाई गई है। इसी तरह लंदन ओलिंपिक 2012 में भी वेस्ट चीजों को रिसाइकिल करके गेम्स में इस्तेमाल किया गया था। तब 62% चीजों को रिसाइकिलिंग के जरिए तैयार किया गया था। इस बार ये टारगेट 65% का रखा गया है।

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यह बीजिंग विंटर ओलिंपिक का ब्लू प्रिंट है। 2022 में होने वाले इन ओलिंपिक का नेशनल एक्वेटिक सेंटर कुछ ऐसा दिखेगा। यहां स्वीमिंग इवेंट होंगे। – फाइल

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