नहरों में पानी न मिलने से क्षुब्ध किसानों ने मुख्य नहर का फाटक खोलकर पानी बलुई बंधी में मोडा

-ओबरा बाँध खण्ड द्वारा संचालित मुख्य नहर का पानी बलुई बंधी में नहीं छोड़ने जाने का मामला।

-किसानों की धान की फसल की रोपाई व बीज डालने का कार्य हो रहा था प्रभावित।

-बलुई बंधी में पानी फुल होने तक रात दिन तीन शिफ्टो में नाराज किसान देंगे पहरा।

गुर्मा/सोनभद्र(मोहन गुप्ता)ओबरा बाँध खण्ड द्वारा संचालित सोन पम्प नहर का पानी बलुई बंधी में न छोड़े जाने  क्षुब्ध किसानों ने ग्राम प्रधानो के नेतृत्व मे मारकुंडी स्थित बंयराज बाँध पहुँच कर मुख्य नहर का बलुई बंधी का फाटक जबरिया खोल दिया।

image

सिंचाई विभाग द्वारा पानी न बंद हो जाए इस आशंक से बलुई बंधी के मुख्य फाटक पर किसानों का तीन सिफ्टो मे पहरा लगाया गया है।बताते चलें कि ओबरा बाँध खण्ड द्वारा संचालित  सोन पम्प नहर से रार्बट्सगंज विकास खंड के सलखन,कुरहुल, व केवटा माइनर से सिंचाई हुते पानी मिलता है जिसमें मंहुआँव, केवटा,बेलकप,चिरहुली,पथरहा, सलखन,करूहुल,आदि ग्राम पंचायत को नहरों से पानी खेतों  लगाकर सिंचाई होती है किंतु सिचाई विभाग के मनमानी से संबंधित किसानों की बिज डालने व रोपाई प्रभावित हो रही थी जिसको लेकर कई बार ओबरा बाँध खण्ड के सहायक अभियंता व अवर अभियंता को फोन के माध्यम से निवेदन करने के बाद भी बलुई बंधी में में पानी नहीं छोड़ गया तो क्षुब्ध किसानों ने शुक्रवार की सुबह अपने ग्राम प्रधानो के नेतृत्व में बयराज बाँध पहुंचकर बयराज बाँध का पानी बंद कर बलुई बंधी का फाटक खोल कर मुख्य नहर का पानी बलुई बंधी में डायवट करा दिया। किसानों को भारी संख्या में होने से सिंचाई विभाग के कर्मचारियों हाथ पे हाथ रखकर अपने आफिस में बैठ रहे मौजूद किसानों का कहना है कि ओबरा बाँध खण्ड के अधिकारियों के मनमानी से कई गाँवो की धान की बीज डालने व धान की रोपाई प्रभावित हो रही थी कई बार अधिकारी को बलुई बंधी में में पानी छोड़ने का निवेदन किया गया था जब पानी नहीं छोड़ गया तो ऐसा कदम उठाने के लिए मजबूर होना पड़ा जब तक बलुई बंधी में पानी फुल नहीं होता है तब तब क्षेत्रिय किसान तीन सिफ्टो में मुख्य नहर के टेल पर पहरा देते रहेंगे।इस अवसर मुख्य रूप से ग्राम प्रधान महुँआव कँला परमेश्वर यादव,प्रधान बेलकप धर्मेन्द्र कुमार मोर्य, कमला यादव,श्रीराम यादव,आध्या प्रसाद दूबे,कृष्णमुरारी मोर्य,कमलेश चौबे,राजेश मोर्य,बलवन्त मोर्य, श्रीकान्त मोर्य आदि क्षेत्रीय किसानों मौजूद रहे।।

Translate »