महानाट्य जाणता राजा का 21 नवंबर को वाराणसी में मंचन
- 16 नवंबर को राबर्ट्सगंज में आयोजित होगा पावन खिंड दौड़
सोनभद्र(सर्वेश श्रीवास्तव)। लोकसेवकों को किस तरह प्रजावत्सल होकर कार्य करना चाहिए इसे छत्रपति शिवाजी से सीखा जा सकता है, यह कहना था राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अखिल भारतीय सह व्यवस्था प्रमुख अनिल ओक का जो सेवा भारती द्वारा आयोजित कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि के रूप में संबोधित कर रहे थे । श्री ओक ने कहा कि सोनभद्र के
कार्यकर्ताओं ने पावन खिंड की पवित्र मिट्टी लाकर पूरे देश में संदेश दिया है कि बलिदानियों की मिट्टी ही रोरी चंदन और कुमकुम है। श्री ओक ने भारत की अस्मिता और स्वाभिमान की रक्षा के लिए छत्रपति शिवाजी के कार्यों की विस्तृत व्याख्या की, जाणता राजा को ही दूरदर्शी राजा कहा जाता है। विश्वप्रसिद्ध महानाट्य आयोजन समिति सेवा भारती के सदस्य
पत्रकार विजय शंकर चतुर्वेदी ने मराठा क्षेत्र के यात्रा वृतांत का वर्णन करते हुए पन्हालगढ़ , विशालगढ़ और पावनखिंड स्थलों का उल्लेख किया जो छत्रपति शिवाजी का मुख्य कार्यक्षेत्र था। उन्होंने कहा कि जिस पवित्र मिट्टी को वे लेकर आए हैं उसे काशी प्रांत के सभी जिलों में भेजा जाएगा । प्रख्यात कथावाचक शांतनु महाराज ने शिवाजी की स्मृतियों के वर्तमान समय में स्मरण की प्रासंगिकता को परिभाषित करते हुए कहा
कि छत्रपति शिवाजी के आदर्शों पर चल कर भारत विश्व गुरु बनेगा। भारत माता के चित्र के समक्ष दीप प्रज्वलन कर शिवाजी के चित्र पर पुष्प अर्पण किया गया। जाणता राजा महानाट्य के सोनभद्र के संयोजक रमेश मिश्रा ने अतिथियों का स्वागत किया, कार्यक्रम संचालन भोलानाथ मिश्रा और आभार ज्ञापन कथावाचक दिलीप भारद्वाज ने किया। इस अवसर पर राज्य सभा सदस्य राम सकल, कार्यक्रम संयोजक रमेश मिश्रा विधायक अनिल मौर्या, सदर विधायक भूपेश चौबे, भाजपा जिलाध्यक्ष नंदलाल गुप्त, अजीत चौबे, गोविंद यादव अनूप तिवारी डा अंजली विक्रम सिंह, हिमांशू सिंह, सन्तोष शुक्ला, राम लखन सिंह सहित काफी संख्या में गणमान्य नागरिक उपस्थित थे। कार्यक्रम उपरांत पवित्र मिट्टी पावन खिंड की अनिल ओक को सौंपी गई। इस अवसर पर सदर विधायक भूपेश चौबे, रमेश मिश्रा, शशिभूषण पांडेय, सनोज तिवारी, राकेश कुमार त्रिपाठी, अरविंद तिवारी सहित कई व्यक्ति उपस्थित थे।