*स्वामी विवेकानंद जी के विचारों को आत्मसात करने की जरूरत श्याम बिहारी मधुर*
ज्ञातव्य हो कि श्याम साहित्य दर्पण काव्य मंच सम्बद्ध सोनभद्र मानव सेवा आश्रम ट्रस्ट के बैनर तले राष्ट्रीय युवा दिवस स्वामी विवेकानंद जयंती के शुभ अवसर पर ऑनलाइन कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया जिसकी अध्यक्षता सोनभद्र के सुप्रसिद्ध कवि एवं साहित्यकार डॉ आदेश कुमार पंकज ने किया। मुख्य अतिथि के रुप में लखनऊ से वरिष्ठ कवयित्री, कथाकार, आर्टिकल लेखिका एवं प्राकृतिक चिकित्सक डॉ. तारा सिंह अंशुल एवं विशिष्ट अतिथि के रूप में महाराष्ट्र से सुप्रसिद्ध रचनाकार भुवन भास्कर ने अपनी अहम भूमिका अदा की। काव्य पाठ करने की कड़ी में मुजफ्फरपुर बिहार से युवा कवयित्री स्मृति सुमन, इटावा उत्तर प्रदेश से इच्छा पोरवाल , आजमगढ़ उत्तर प्रदेश से उत्कृष्ट कवि एवं शिक्षक अजय कुमार यादव ने अपने अनुपम काव्य पाठ से पटल को गौरवान्वित किया। कार्यक्रम अध्यक्ष डॉ. आदेश ने अपनी कविताओं के माध्यम से स्वामी विवेकानंद जी के विचारों एवं उनके आदर्शों को व्यावहारिक जीवन में आत्मसात करने की आवश्यकता पर बल दिए। डॉ. अंशुल ने अपने काव्य पाठ में “भुलाकर पुरानी बातें, खुद ही खुद को समझाओ” का सुंदर संदेश दिया। इस पूरे कार्यक्रम का सफल संचालन संस्था के राष्ट्रीय सचिव एवं यूथ आईकॉन कविवर अवध बिहारी अवध ने किया साथ ही साथ इस भव्य कवि सम्मेलन का अद्वितीय संयोजन श्याम साहित्य दर्पण काव्य मंच के संस्थापक एवं राष्ट्रीय अध्यक्ष, कवि, शिक्षक एवं समाजसेवी सोनभद्र श्याम बिहारी मधुर ने किया। अन्त में कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे डॉ. आदेश कुमार पंकज ने पटल पर उपस्थित काव्य मनीषियों एवं श्रोता बन्धुओं को स्वामी विवेकानंद जयंती की हार्दिक शुभकामनाएं प्रेषित करते हुए अपने आशीष वचनों से अभिसिंचित कर कवि सम्मेलन के समापन की घोषणा की। इस कार्यक्रम में शिरकत कर रहे सभी सम्मानित साहित्य अनुरागियों को श्याम साहित्य दर्पण काव्य मंच परिवार की ओर से *स्वामी विवेकानंद सम्मान* से सम्मानित किया गया।