मांगों के माने जाने तक चलेगा आंदोलन
ओबरा-सोनभद्र (सतीश चौबे): ओबरा इंटर कालेज को निजी हाथों सौंपने के खिलाफ संघर्ष समिति ने गांधी मैदान में गांधी प्रतिमा के सम्मुख धरना दिया। धरना स्थल पर विद्यार्थियों ने कहा कि पूरे सोनभद्र को दोहन शोषण का केंद्र बना दिया गया है। ओबरा और उसके आस पास क्षेत्रों में कोई राजकीय इंटर कालेज नहीं होने से विद्यार्थियों के सामने पढ़ाई का संकट पहले से है और जब ओबरा इंटर कालेज को भी निजी हाथों में सौंप दिया जाएगा तो जरूरतमंद बच्चों के सामने पढ़ाई छोड़ने के सिवा और कोई रास्ता नहीं बचेगा। कोई राजकीय इंटर कालेज नहीं होने के कारण दूरवर्ती क्षेत्रों के विद्यार्थी के लिए
ओबरा इंटर कालेज ही एक मात्र सहारा है और जब इसे भी निजी हाथों में सौंप दिया जाएगा तो आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के बच्चों की पढ़ाई बंद हो जाएगी। विद्यार्थियों में भी सबसे अधिक नुकसान छात्राओं का है, जो आत्म निर्भर नहीं बन सकेंगी। आंदोलित विद्यार्थियों ने कहा कि उत्तर प्रदेश राज्य उत्पादन निगम के ओबरा इंटर कालेज को निजी क्षेत्र में देने के निर्णय में बदलाव नहीं किया गया तो समाज के अन्य संगठनों से कालेज को बचाने के लिए संपर्क किया जाएगा। जरूरतमंद स्थानीय लोगों की उपेक्षा बर्दाश्त योग्य नहीं है। धरना में ओबरा इंटर कालेज बचाओ संघर्ष समिति के संयोजक आनंद, सलमान ख़ान, विशेष गौड़, कमलेश कुमार, गणेश, आकाश यादव, रवि कुमार, सुमित कुमार, विकास, लक्ष्मण, रिंकू, शहजाद, जितेंद्र साहनी, ज्योति भारद्वाज, अविका, आशिया रौनक आदि मौजूद रहे।