संवाददाता–सर्वेश श्रीवास्तव /संजय सिंह
जिला प्रोबेशन अधिकारी /जिला बाल संरक्षण अधिकारी कार्यालय सोनभद्र द्वारा बाल विवाह बाल श्रम बाल तस्करी के रोकथाम हेतु लगाए गए ब्लॉक नोडल अधिकारी शेषमणि दुबे ओआरडब्ल्यू व पुलिस विभाग द्वारा लगाए गए पुलिस बल हे०का० कांस्टेबल त्रिभुवन प्रसाद, महिला कांस्टेबल खुशबू यादव , सपना गौड के साथ ब्लॉक कोन के गांव एवं बाजार में भ्रमण कर बाल विवाह, बाल तस्करी, बाल श्रम एवं अक्षय तृतीया के अवसर पर होने वाले संभावित बाल विवाह की रोकथाम हेतु बच्चों /गांव का चिन्हाकन किया गया शेषमणि दुबे द्वारा बताया गया कि नक्सल प्रभावित जिले में मानव तस्करी, बाल श्रम , बाल विवाह का खेल नहीं थम रहा है सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वालों की बेटियों को कभी बहला-फुसलाकर तो कभी रुपए का लालच देकर अलग-अलग हिस्सों में पहुंचाया जा रहा है राजस्थान हरियाणा के धनाढ्य लोगों से शादी कराने का सब्जबाग दिखाकर भी मानव तस्करी को बढ़ावा दिया जा रहा है मानव तस्करी के आरोप में कई लोगों जेल भेजा जा चुका है उसके बावजूद भी तस्करों का तिलिस्म नहीं टूट पा रहा है इस खेल मे लिप्त लोग धनाढ्य परिवार के अधेड़ लोगों को कम उम्र की लड़कियों से शादी का झांसा देकर यहां बुलाते हैं फिर मोटी रकम ऐठ कर लड़कियों को उनके साथ लगा देते हैं जिले में मानव तस्करी, बाल विवाह,बाल श्रम के खिलाफ कार्यवाही विभाग व पुलिस द्वारा की जा रही है फिर भी तस्करी के मामले सामने आ रहे हैं ग्रामीणों को नाबालिक लड़कियों की शादी न करने और शादी के लिए प्रलोभन देने वालों के बारे में विभाग व पुलिस को सूचना देने के लिए जागरूक किया गया ब्लॉक स्तर ब्लॉक बाल संरक्षण समिति व ग्राम बाल संरक्षण समिति से समन्वय स्थापित करते हुए आवश्यक कार्यवाही भी किया जा रहा है उपरोक्त के क्रम में जिला प्रोबेशन अधिकारी पुनीत टण्डन द्वारा बताया गया कि थाने पर नामित बाल कल्याण अधिकारी अपने संबंधित थाने से उपरोक्त के संबंध में सूचना तैयार कर प्रत्येक माह सूचना विशेष पुलिस इकाई कार्यालय मुख्यालय को उपलब्ध कराएंगे और विशेष पुलिस इकाई कार्यालय द्वारा प्रत्येक माह में होने वाले विशेष पुलिस इकाई की बैठक में समिति के समक्ष प्रस्तुत किया जाएगा जिससे जनपद में हो रहे बाल विवाह, बाल श्रम, बाल तस्करी को रोका जा सके