रामजियावन गुप्ता/बीजपुर(सोनभद्र) डीएवी पब्लिक स्कूल, रिहंदनगर में महान स्वतंत्रता संग्राम सेनानी, आजाद हिंद फौज के संस्थापक नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 125वीं जयंती मनाई गई। विद्यालय के प्राचार्य राजकुमार के साथ-साथ विद्यालय के सभी शिक्षक-शिक्षिकाओं ने नेताजी की तस्वीर पर माल्यार्पण एवं पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें कोटि-कोटि नमन किया। इस अवसर पर विद्यालय के प्राचार्य ने कहा कि हिंदुस्तान के स्वतंत्रता संघर्ष के इतिहास में नेताजी सुभाष चंद्र बोस का नाम स्वर्णाक्षरों में दर्ज है ।आज पूरा देश उनके जन्मदिन को “पराक्रम दिवस” के रूप में मना रहा है। उन्होंने बताया कि नेताजी का जन्म 23 जनवरी 1897 को उड़ीसा के कटक में एक संपन्न बंगाली परिवार में हुआ था । भारतीय सिविल सेवा की परीक्षा में चौथा स्थान प्राप्त करने वाले नेताजी ने 1921 में भारतीय प्रशासनिक सेवा की नौकरी छोड़ दी और स्वतंत्रता संग्राम में कूद पड़े । देश की आजादी की लड़ाई के लिए उन्होंने आजाद हिंद फौज का गठन किया । “तुम मुझे खून दो ,मैं तुम्हें आजादी दूंगा” का उद्घोष संपूर्ण भारत वर्ष में जन जन के मन में घर कर गया।
उनके द्वारा दिया गया “जय हिंद” का उद्घोष आज भी हमारे देश के नौजवानों, देशभक्तों और सेनानियों का उद्घोष बना हुआ है । संपूर्ण भारतवर्ष नेताजी का सदा ऋणी रहेगा । उन्होंने कहा कि नेताजी के पदचिन्हों पर चलकर हीं भारत को सबल और विकसित बनाया जा सकता है। इस अवसर पर विद्यालय के शिक्षक डॉ आर के झा, बी आर शर्मा, डॉ डी लाल, भक्त रंजन, जय सिंह, मनोज पांडे, एस पी तिवारी , रंजना सिंह, पुष्पा पांडे , सोमनाथ चक्रवर्ती, नरेश जायसवाल, सुरेंद्र कुमार, बृजेश कुमार ,अजय सिंह, शंभू आदि उपस्थित थे ।