गुमशुदगी की रिपोर्ट के 14 वर्षों बाद बन्धुआ मजदुरी की जिंदगी जी रहा आदिवासी युवक घर लौटा

10 वर्ष की अवस्था से महाकाल इन्दौर के होटल पर बना बन्धुआ मजदूर, भाग कर घर पहुंचा

गुरमा~सोनभद्र(मोहन गुप्ता)~ चोपन थाना क्षेत्र के अन्तर्गत गुरमा नगर पंचायत क्षेत्र के आदिवासी बस्ती के चन्दन पुत्र बिशेषर सन- 2007 में बस्ती के दो लोगों के साथ काम करने के लिए निकला था। जो जाने के बाद चन्दन बाल अवस्था में ही बाल मजदुरी बनाने वाले के अपराधियों के चंगुल में फंसकर इन्दौर के एक होटल पर

बाल मजदूरी करने की जिन्दगी जी रहा था। जब अवस्था के साथ समझ आया तो एक रात होटल मालिक के घर चले जाने के बाद रात में ही वहां से भागकर 31 सितम्बर की रात अपने घर वापस आ गया है। जिससे परिजनों के साथ आदिवासी बस्ती के लोगों ने चन्दन को देख कर खुशीयों का ठिकाना नहीं रहा। चन्दन के परिजनों ने सन् 2007 में ही बालक के खो जाने की गुमशुदगी की रिपोर्ट लिखवाई थी जो 14 वर्ष बीतने के पश्चात घर वापस लौट आया। आदिवासी चन्दन ने बताया कि महाकाल इन्दौर होटल में हमारे साथ 8 बन्धुआ मजदूर अपराधियों के चंगुल में फंसे हुए हैं।परिजनों ने चन्दन के आने की सूचना रात में चोपन थाना प्रभारी को दे दिया है। शाम को चोपन थाना बुलाया गया है।

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