ग्रासिम इंडस्ट्रीज लिमिटेड रेणुकूट के सुशील कुमार और धीरज पटेल ने किया रक्तदान

दुद्धी-सोनभद्र- दान तो बहुत होते हैं, लेकिन रक्तदान से बढ़ा कुछ नहीं होता है रक्तदान ही ऐसा दान है जो कि किसी की जान बचाता है और अनजान से खून का रिश्ता भी जोड़ता। रक्तदान से न केवल दुआएं मिलती बल्कि जान बचाने पर खुद को गर्व की अनुभूति के साथ ही आत्म संतोष भी मिलता है शरीर 24 घंटे में ही दान किए गए रक्त की पूर्ति कर लेता है लेकिन कई बीमारियां तो हमेशा के लिए दूर हो जाती हैं। रक्तदान वीरों की कमी नहीं है जो कि दूसरों की जान बचाने के लिए 24 घंटे तैयार रहते हैं और कई बार रक्तदान कर चुके हैं।

वही चिकित्सक भी कहते हैं कि रक्तदान से पुण्य का कोई काम नहीं है और सभी को रक्तदान में आगे आना चाहिए। मंगलवार को सुषमा देवी इलाज के लिए दुद्धी सामुदायिक केंद्र में भर्ती थी। उन्हें रक्त की बहुत आवश्यकता थी। समय पर रक्त उपलब्ध नहीं होने से उसकी जान भी जा सकती थी। परिजनों ने आनन-फानन में रक्क्त उपलब्ध कराने के लिए कईयों

लोगों से संपर्क किया ए बी पॉजिटिव ग्रुप ब्लड होने से नहीं मिल रहा था वही व्हाट्सएप ग्रुप के माध्यम से ग्रासिम इंडस्ट्रीज लिमिटेड रेणुकूट के सुशील कुमार और धीरज पटेल को सुचना मिली तो वे लोग बिना देरी किए दुद्धी के लिए रवाना हुए और मरीज के परिजनों से मिल कर कहा आप सब परेशान न हो मेरा खून एबी पॉजिटिव है हम लोग रक्तदान करने आये है। मरीज के परिजनों ने राहत की सांस ली और खूब ढेर सारी दुआएं दी ऐसा इंसान जो बिना सोचे समझे बिना रिश्ते आगे आए और मेरे परिवार के लिए इन्होंने खून दान दिया इससे बड़ी कोई बात नहीं है हमलोग जीवन भर इनका आभार रहेंगे। वही सुशील कुमार ने कहा कि जब भी किसी की आवश्यकता होगी हम लोग रक्तदान करेंगे!

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