रामजियावन गुप्ता/बीजपुर (सोनभद्र ) :एनटीपीसी रिहंद से बैढन तक 28 किलो मीटर की सीसी सड़क और उस पर बने छोटे बड़े दर्जनों पुल ओवरलोड बालू संचालन के कारण अब जर्जर हो चुके हैं। ट्रकों के रात दिन संचालन से सिरसोती में बना रेलवे ओवर ब्रिज की सड़क एक साल पहले ही क्षतिग्रस्त होने से प्रबन्धन ने उस पर बड़े वाहनों के आवागमन पर प्रतिबंध लगा रखा है। परियोजना द्वारा चार साल पहले 28 किलो मीटर बनवाई गई सीसी सड़क पूरी तरह से गढ्ढे में अब तब्दील हो चुकी है बावजूद ओवरलोड बालू संचालन पर अंकुश नही लग पा रहा है। गौरतलब हो कि एनटीपीसी रिहंद परियोजना ने बीजपुर से बैढन तक कि सीसी सड़क और उसपर बने दर्जनों छोटे बड़े पुल का निर्माण कोल माईनस से प्लांट तक कोयला ढुलाई की सुरक्षा और सीआईएसएफ जवानों को बैगन की पेट्रोलिंग करने के लिए छोटे तथा मझोले वाहनों के आवागमन व परियोजना के निजी कार्य को लेकर बनाई गई थी लेकिन विगत वर्षों में एमपी से सैकड़ों ट्रकों का ओवरलोड बालू संचालन सड़क और उस पर बने पुल को पूरी तरह बर्वाद कर दिया है। एनटीपीसी के इस निजी सड़क पर ओवरलोड ट्रकों के आवागमन को बंद कराने के लिए परियोजना प्रबंधन ने एक साल पहले ही जिला प्रशासन और सरकार को पत्र भेज कर बता दिया था कि अगर इस रोड से ओवरलोड संचालन बंद नही हुआ तो कभी भी पुल टूट सकता है ऐसी स्थिति में प्लांट में कोयले की आपूर्ति प्रभावित होने से बिजली उत्पादन पर असर पड़ सकता है। लेकिन शासन प्रशासन में पकड़ रखने वाले कुछ तथा कथित वाहन स्वामियों और खनन माफियाओं के आगे प्रबन्धन का यह प्रयास बेकार साबित हुआ और वर्तमान समय मे सैकड़ों ट्रक ओवरलोड बालू संचालन बदस्तूर जारी है।