गुरमा-सोनभद्र(मोहन गुप्ता)- जिला कारागार सोनभद्र में निरुद्ध बंदियों एवं स्टाफ को कोरोना संक्रमण से बचाने के लिए विभिन्न प्रकार के प्रयास किए जा रहे हैं। कारागार में ही स्थापित सिलाई कढाई केंद्र मेें 14 कुशल कारीगर बंदियों द्वारा फेस मास्क बनाये जा रहे हैं। जिन्हें सभी बंदियों व स्टाफ को निशुल्क उपलब्ध
कराए गये हैं। सम्पूर्ण कारागार की बैरकों, प्रशासनिक भवन, चिकित्सालय परिसर, पाकशाला आदि सभी स्थानों को प्रतिदिन सुबह शाम सोडियम हाइपो क्लोराइड के घोल से स्प्रे कराकर सैनेटाइज कराया जा रहा है। सभी बंदियों का शरीर का तापमान व आक्सीजन लेवल देखा जा रहा है।सफाई का विशेष ध्यान दिया जा रहा है।बंदियों को चाय/काढे में निर्धारित चीजों के अतिरिक्त कारागार में जेल अधीक्षक मिजाजी लाल के प्रयास से लगाई गई आयुर्वेदिक जड़ी-बूटी- तुलसी, गिलोय, जराकुश, चिरायता, पारिजात, करी पत्ता आदि भी डाला जा रहा है तथा साथ ही बंदियों की पहुँच में ये सब जड़ी-बूटी होने के कारण बंदी इनका तोड़कर भी इस्तेमाल कर
रहे हैं। बंदियों को योगाभ्यास व प्राणायाम कराये जा रहें हैं। भजन कीर्तन व मनोरंजन कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। बाहर से आने वालों की कारागार परिसर में प्रवेश निषिद्ध कर दिया गया है।केवल ड्यूटी पर आने वाले कर्मियों को ही उनकी कोविड हैल्प डैस्क के द्वारा थर्मल स्क्रीनिंग व आक्सीजन लेवल नापने व हाथ धुलाने व सैनेटाइज कराने के बाद ही प्रवेश दिलाया जा रहा है।नये प्रवेश पाने वाले बंदियों के प्रवेश से पूर्व उनके समस्त कपड़ों को धुलवा कर कारागार से नये कपड़े दिला कर, स्नान करा कर, सैनेटाइज करा कर, थर्मल स्क्रीनिंग व आक्सीजन लेवल नापकर ,तथा कोरोना टेस्ट कराकर कोरोन्टाइन बैरक में 14 दिन के लिए कोरोन्टाइन रखा जाता है।कारागार में पर्याप्त दवाओं का संग्रह किया गया है।दो आक्सीजन सिलेंडर भरवा कर रखा गया है।साउंड सिस्टम के द्वारा लगातार बंदियों को जागरूक किया जा रहा है।