महिंद्रा ने कृष-ई चैंपियन अवार्ड्स का शुभारंभ किया

· -अनिल बेदाग़-

मुंबई : महिंद्रा एंड महिंद्रा के फार्म इक्विपमेंट सेक्‍टर, जो भारत का प्रमुख ट्रैक्‍टर निर्माता है और 19.4 बिलियन अमेरिकी डॉलर वाले महिंद्रा समूह का घटक है, ने कृष-ई चैंपियन अवार्ड्स के विजेताओं की घोषणा ३१ जनुअरी २०२१ को की। वर्ष २०११ में स्‍थापित महिंद्रा समृद्धि इंडिया एग्रि अवार्ड्स (एमएसआईएए) की सोच को आगे बढ़ाते हुए, कृष-ई चैंपियन अवार्ड्स के अंतर्गत इसके प्रथम संस्‍करण में चार श्रेणियों में १० विजेताओं को राष्‍ट्रीय अवार्ड्सप्रदान किये गये।

खरीफ और रबी के मौसमों के अनुरूप अर्द्ध-वार्षिक रूप से आयोजित, कृषि-ई चैंपियन अवार्ड्स उन व्‍यक्तिगत किसानों और संस्‍थानों को दिये जाते हैं जिन्‍होंने कृषि के क्षेत्र में चुनौतियों को स्‍वीकार करके, अभिनव सोच एवं सकारात्‍मक बदलाव लाकर असाधारण योगदान दिये हैं। कृष-ई चैंपियन अवार्ड्स के जरिए, महिंद्रा का उद्देश्‍य लाखों किसानों और कृषि-उद्यमियों को राष्‍ट्र के लिए आशाजनक भविष्‍य के निर्माण हेतु प्रेरित करना है।

भारत के 29 कृष-ई सेंटर्स के किसानों ने कृष-ई चैंपियन अवार्ड्स के क्षेत्रीय राउंड में हिस्‍सा लिया। क्षेत्रीय अवार्ड विजेताओं को अग्रलिखित श्रेणियों में राष्‍ट्रीय अवार्ड्स के लिए नामित किया गया: तकनीक चैंपियन अवार्ड, महिला किसान चैंपियन अवार्ड, युवा किसान चैंपियन अवार्ड, रेंटल पार्टनर चैंपियन अवार्ड और रेंटल पार्टनर बी2बी पार्टनर चैंपियन अवार्ड।

इस अवसर पर, महिंद्रा एंड महिंद्रा लिमिटेड के फार्म इक्विपमेंट सेक्‍टर के प्रेसिडेंट, श्री हेमंत सिक्‍का ने कहा, ”असाधारण कार्य करने वालों की जमीनी स्‍तर पर सम्‍मानित करने की सुदृढ़ परंपरा को आगे बढ़ाते हुए और अब तक के समृद्धि अवार्ड्स की भारी सफलता के क्रम को बनाए रखते हुए, अब हमें कृष-ई चैंपियन अवार्ड्स को लॉन्‍च करने की खुशी है। यह लगभग एक दशक तक किसानों को सम्‍मानित करने की विरासत पर निर्मित है और हमें विश्‍वास है कि इन अवार्ड्स से भावी चैंपियन किसानों को प्रेरणा मिलेगी और भारत के कृषि क्षेत्र में बदलाव की गति तीव्र होगी।

महिंद्रा एंड महिंद्रा लिमिटेड के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट, एफईएस स्ट्रेटजी और एफएएएस, श्री रमेश रामचंद्रन के अनुसार, हमने, कृषि एग्रोनॉमी, यंत्रीकरण एवं डिजिटलीकरण का लाभ दिलाने वाली कृषि सेवाएं उपलब्‍ध कराकर कृषि परिणामों में बदलाव लाने के लिए कृष-ई ब्रांड लॉन्‍च किया। अब तक कृष-ई के चलते किसानों की आय 15 प्रतिशत तक बढ़ चुकी है, कृषि की लागत में लगभग 8-12 प्रतिशत की कमी आई और लाभ में प्रति एकड़ 6000 रु. तक की वृद्धि हुई। यह उन प्रगतिशील किसानों के जज्‍बे को दर्शाता है जिन्‍होंने आगे बढ़ने के लिए नयी तकनीकें अपनायी हैऔर बेहतर परिणाम हासिल करने के लिए नयी पद्धतियों को अपनाया है। हम चार प्रतिष्ठित पुरस्‍कार श्रेणियों के जरिए इन किसानों की उन्‍नति का जश्‍न मनाते हैं जिन्‍होंने हमारे साथ मिलकर यह पहला और अत्‍यंत महत्‍वपूर्ण कदम उठाया।

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