डाला। चोपन विकाश खण्ड के कोटा ग्राम पंचायत मे विकाश कार्य मे हुए 48 कार्यो में 1 करोड़ 13 लाख 89 हजार धाधलीं को लेकर जिला प्रशासन ने प्रधान समते तीन लोगों पर मुकदमा चोपन थाने मे पंजीकृत कराया।कुछ वर्ष पूर्व चोपन ब्लाक के कोटा ग्राम पंचायत में विकास कार्यों के नाम पर धांधली किए जाने का मामला प्रकाश में आया है। जिसको लेकर ग्राम पंचायत के सदस्यों ने जिलाधिकारी के समक्ष शपथ पत्र देकर शिकायत की थी, शिकायत पत्र मिलते ही, जिलाधिकारी ने टीम गठित करके ग्राम पंचायत की जांच शुरु करा दी, जांच के दौरान परियोजना निदेशक की जांच में 1 करोड़ 13 लाख 89 हजार रुपये के कार्यों का घोटाला करने का खेल प्रकाश में आया, रिपोर्ट आते ही एडीओ पंचायत ने गुरुवार रात्रि में चोपन थाने में ग्राम प्रधान सहित तीन लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया।मुकदमा पंजीकृत होते ही विकास कार्यों में धांधली करने वालों में हड़कंप मच गया। एडीओ पंचायत चोपन राम शिरोमणि पाल ने चोपन थाने मे तहरीर देकर कोटा ग्राम पंचायत के सदस्यों ने प्रधान, सचिव व जेई पर वित्तीय अनियमितता, धनराशि के गबन का आरोप लगाया था। इसपर जिले स्तर से गठित टीम द्वारा जांच की गई। परियोजना निदेशक डीआरडीए की अध्यक्षता में बनी कमेटी ने कुल 48 कार्यों की जांच की। जांच में बड़े पैमाने पर धांधली प्रकाश में आई। सीसी रोड का निर्माण कार्य कागज पर पूर्ण दिखाया गया जो मौके पर नहीं मिला। इसी तरह प्राथमिक विद्यालय गौहारी में इंटरलाकिग खड़ंजा, बालिका पूर्व माध्यमिक विद्यालय में बाउंड्री वाल का निर्माण दिखाकर पूरा पैसा निकाला गया लेकिन, कार्य पूर्ण नहीं है। इसी तरह अम्मा टोला में लाल बहादुर के घर से रामगुल्ली के घर तक इंटरलाकिग के कार्य पर 3.33 लाख व्यय किया गया, बावजूद इसके मौके पर कार्य नहीं मिला है। प्राथमिक विद्यालय सरपतवा की पत्रावली ही नहीं मिली। इस प्रकार कमेटी द्वारा कुल 48 कार्य की जांच की गई और 1 करोड़ 13 लाख 89 हजार रुपये कार्य नहीं मिला। ग्राम पंचायत की पत्रावलियों में भी कई कमियां पाई गईं।इन आरोपों के आधार पर प्रधान मुरहिया देवी, तत्कालीन ग्राम पंचायत सचिव बृजेश सिंह, तत्कालीन अवर अभियंता लघु सिचाई संजय कुमार के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। चोपन इस्पेक्टर नवीन तिवारी ने बताया की मिले तहरीर आधार पर मुकदमा पंजीकृत किया गया है।