सोनभद्र।देवर्षि नारद जयंती के अवसर पर विश्व संवाद केंद्र काशी के आवाह्न पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ सोनभद्र के प्रचार विभाग द्वारा सेमिनार का आयोजन सोनभद्र के विभाग सोशल मीडिया प्रमुख नीरज सिंह द्वारा किया गया।
सर्वप्रथम विषय का प्रवर्तन अंबरीष जी सह प्रांत प्रचार प्रमुख ने किया तथा डॉक्टर हरेंद्र राय जी सदस्य माध्यमिक सेवा चयन बोर्ड उत्तर प्रदेश ने देवर्षि नारद जी की प्रतिमा पर पुष्प अर्पण करके कार्यक्रम का शुभारंभ किया तथा देवर्षि नारद जी के जीवन चरित्र पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि सह जिला कार्यवाह सोनभद्र बृजेश जी ने देवर्षि नारद जी के जीवन पर प्रकाश डालते हुए उनकी अलौकिक कार्यों को बताया। कार्यक्रम के मुख्य वक्ता क्षेत्र प्रचार प्रमुख पूर्वी उत्तर प्रदेश नरेंद्र जी ने बताया कि हिन्दू धार्मिक आस्था के अनुसार, देवर्षि नारद का महत्वपूर्ण स्थान है। पौराणिक कथा के अनुसार, नारद मुनि ब्रह्रााजी के मानस पुत्र हैं। नारद जयंती उनका जन्मोत्सव है । नारद मुनि को इस धरती का पहला पत्रकार भी माना जाता है क्योंकि उन्होंने एक लोक से दूसरे लोक में जाकर संवाद का आदान-प्रदान किया। नारद मुनि हमेशा तीनो लोकों में भ्रमणकर सूचनाओं को देते थे। नारद मुनि का आदर सत्कार न केवल देवी-देवता, मुनि किया करते थे बल्कि असुरलोक के राजा समेत सारे राक्षसगण भी उन्हें सम्मान दिया करते थे। देवर्षि नारद के संपूर्ण संचार का अध्ययन किया जाए तो स्पष्ट हो जाएगा कि वह लोककल्याण के लिए संवाद का सृजन करते थे। देवर्षि नारद सही अर्थों में पत्रकारिता के अधिष्ठात्रा हैं। पिछले कुछ वर्षों में आई जागरूकता का प्रभाव दिखना प्रारंभ हो गया है। पत्रकारिता के क्षेत्र में आने वाली नयी पीढ़ी भी अब देवर्षि नारद को संचार के आदर्श के रूप में अपना रही है। कार्यक्रम में कार्यक्रम की अध्यक्षता आयकर व्यापार कर के वरिष्ठ अधिवक्ता श्रीमान सुर्य प्रताप सिंह जी ने किया। कार्यक्रम में काशी प्रांत प्रचार प्रमुख श्रीमान मोरार जी श्रीमान चारुमित्र जी ,और सोनभद्र मीडिया टोली के अमित जी आदि ने सहभाग किया। कार्यक्रम का संचालन सोनभद्र के विभाग सोशल मीडिया प्रमुख नीरज सिंह ने किया तथा सभी को धन्यवाद ज्ञापित किया।