राहत सामग्री तैयार में युद्धस्तर पर जुटीं आजीविका मिशन की समूह सखियां।

बभनी/सोनभद्र (अरुण पांडेय)

अबतक ग्यारह कुंतल अनाज व हजारों की संख्या में तैयार किए जा रहे मास्क।

बभनी। विश्व स्तर पर भयानक रूप ले रही कोरोना महामारी को लेकर जहां सरकार देश के हर गरीब परिवार को सुविधा मुहैया कराने में कोई कसर पीछे नहीं छोड़ रही है वहीं कई राजनीतिक पार्टियां व समाजसेवी संस्थाएं भी अपना योगदान देने में लगी हुई हैं वहीं बभनी विकास खंड के राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन की समूह सखियों ने भी कोरोना महामारी से बचने के लिए अपने घरों में मास्क बनाना व आपस में अनाज इकट्ठा करने में लगी हुई हैं आजीविका मिशन के द्वारा गांवों में अपने कला व प्रतिभाओं के आधार पर कुछ छोटे-छोटे सहयोग देकर समूह बनाए जाते हैं जिनमे गांवों की महिलाएं छोटे-छोटे रोजगार अपनाकर अपने परिवार का जीविकोपार्जन चलाती हैं आज वही समूह की महिलाओं ने देश के विकट परिस्थितियों से निपटने के लिए एक वीणा उठाया है और आपस में ही चावल दाल आंटा आलू व अन्य तरह का महत्वपूर्ण योगदान दे रही हैं और अपने-अपने घरों में मास्क बनाने में लगी हुई हैं। राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन की (बीएमएम) खंड मिशन प्रबंधक मिथिलेश पांडेय ने बताया कि हमारे ब्लाक में कई समूह चलाए जा रहे हैं जिनमें हर समूह की महिलाएं गरीब व असहाय परिवारों की सुरक्षा के लिए जोर-शोर से लगी हुई हैंऔर और उनका कहना है कि हमारे क्षेत्र में कोई भी परिवार भूखा नहीं रहेगा सरकार के द्वारा कई प्रकार की सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं इसी के साथ हमारे समूहों के द्वारा अपने छोटे स्तर से ही सहयोग देकर उनके भोजन का प्रबंध किया जाएगा जिसके लिए हमारे समूह के द्वारा ग्यारह कुंतल अनाज की पैकिंग की जा चुकी है आगे भी प्रयास जारी है।आप आप सभी लाकडाऊन के नियमों का पालन करें अपने घरों में रहें स्वस्थय रहें सुरक्षित रहें।

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