लखनऊ।उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़कर 121 हो गई है। स्वास्थ्य कर्मियों की जिम्मेदारी इस ओर बढ़ती जा रही हैं, लेकिन देश के अलग-अलग जिलों में इन्हीं स्वास्थ्य कर्मियों पर हमले की घटनाएं निराश करने वाली हैं। सीएम योगी ने इसको लेकर नाराजगी जाहिर की है साथ ही स्पष्ट शब्दों में कहा है कि यूपी में यदि स्वास्थ्यकर्मियों पर हमला हुआ तो हमलवार बख्शे नहीं जाएंगे। उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी। सीएम योगी ने गुरुवार को बैठक में अधिकारियों को इसपर निर्देश दिए। बैठक में तबलीगी जमात से यूपी में लौटे लोगों का मुद्दा भी चर्चा में रहा है। उन्होंने अधिकारियों से उन्हें ढूंढ निकालने व पूरी निगरानी रखने के निर्देश दिए हैं। सीएम योगी का कहना है कि इन लोगों की गलती का खामियाजा और लोगों को भुगतने नहीं दे सकते। इसलिए जो समर्थन नहीं दे रहे उनके खिलाफ कार्रवाई भी की जाए। इसके अतिरिक्त कोरोना महामारी से निपटने के लिए योगी सरकार ने 1139 करोड़ रुपये जारी किए हैं। यह रुपए दिहाड़ी मजदूरों के भरण-पोषण व संक्रमण को रोकने के लिए मास्क, पीपीई, आरटी-पीसीआर उपकरण आदि खरीदने में लगाए जाएंगे।
*121 लोग हुए कोरोना से संक्रमित
उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या बड़ी तेजी से बढ़ रही है। गुरुवार को प्रदेश भर से 121 लोग इससे संक्रमित पाए गए। यूपी स्वास्थ्य विभाग ने इसकी जानकारी दी। साथ ही बताया कि इनमें 17 मरीज़ ठीक भी हुए हैं। इनमें आगरा के 8, गाजियाबाद के 2, नोएडा में 6 और लखनऊ के एक मरीज शामिल हो। प्रदेश में 16 जिलों कोरोना वायरस से प्रभावित हुए हैं। ताजा मामले में बस्ती से एक 21 वर्षीय युवक कोरोना पॉजिटिव पाया गया है। बुधवार को बस्ती के ही एक 25 वर्षीय युवक की कोरोना से मौत हुई थी।
*जो जमाती कर रहे असहयोग या बदसलूकी, उनके खिलाफ हो कार्रवाई
सीएम योगी ने तब्लीगी जमात मामले पर चिंता जताई है। उन्होंने इसको लेकरसभी अधिकारियों को निर्देश दिए कि प्रदेश में अब सार्वजनिक स्थल पर नमाज नहीं पढ़ने दिया जाएगा। इसका सख्ती से पालन करने का निर्देश दिया। मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि जो भी जमाती पुलिस व स्वास्थ्यकर्मियों के साथ असहयोग या बदसलूकी करें, उनके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाए। उनकी सख्ती से निगरानी की जाए। सोशल डिस्टेंसिंग और हेल्थ के सारे प्रोटोकाल का सख्ती से उनसे पालन कराया जाए। क्वारंटाइन सेंटरों में भी अच्छी व्यवस्था हो, भोजन इत्यादि का बेहतर प्रबंध हो। साथ ही सुरक्षा की पूरी व्यवस्था हो ताकि कोई मरीज भाग ना सकें, ऐसा होने पर डीएम और एसपी सीधे तौर पर जवाबदेह होंगे। साथ ही कहा कि तबलीगी जमात से लौटे हर व्यक्ति को हर हाल में ढूंढ निकाला जाए। उसकी पूरी निगरानी हो। जो विदेशी हैं उनके पासपोर्ट जब्त कर जांच हो। कानून तोड़ा है तो एनडीआरएफ एक्ट के तहत कार्रवाई हो। जिन्होंने छुपाया है या अवैध ढंग से शरण दी है उनके खिलाफ भी मुकदमा दर्ज कर सख्त कार्रवाई की जाए। दरअसल में प्रदेश में अब तक तबलीग से जुड़े 1330 लोग यूपी में चिन्हित हो चुके हैं। इनमें 258 विदेशी नागरिक हैं, इन सभी को क्वारंटाइन कर जांच की जा रही है। 200 लोगों के पासपोर्ट जब्त करने की कार्रवाई पूरी की जा चुकी है, तमाम लोगों के खिलाफ अवैध शरण देने का मामला दर्ज हुआ है।
*कोरोना महामारी से निपटने के लिए जारी 1139 करोड़ रुपये
यूपी सरकार ने गुरुवार को कोरोना महामारी से निपटने के लिए प्रदेश के सभी जिलों और चिकित्सा विभाग को 1139 करोड़ रुपये की धनराशि जारी की। इसमें दिहाड़ी मजदूरों के भरण-पोषण के लिए सभी जनपदों को कुल 750 करोड़ रुपये की धनराशि आवंटित की गई। इसमें से हर जिले को 10 करोड़ रुपये दिये गए हैं। सरकार ने कोविड-19 संक्रमण के फैलाव को रोकने के लिए मास्क, पीपीई, आरटी-पीसीआर उपकरण, वेंटीलेटर समेत दूसरे जरूरी सामान खरीदने के लिए चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग को 100 करोड़ रुपये की धनराशि आवंटित की है।