विद्यालय में लटका रहा ताला समय से नहीं, आते अध्यापक

कोन-(मुन्ना लाल जायसवाल)
मो0 9792806504

प्रदेश सरकार भले ही शिक्षा को बेहतर बनाने के लिए तरह-तरह की योजनाएं चला रही हो लेकिन अध्यापक हैं कि इसको पलीता लगाने पर तुले हुए हैं। समय से विद्यालय न खुलने के कारण बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है।
विकासखंड चोपन के ग्राम पंचायत निगाई के आदिवासी टोला गईयाबथान के प्राथमिक विद्यालय में अकसर 11 बजे तक ताला बंद पड़ा रहा है। सप्ताह में कई दिनों तो विद्यालय खुलता ही नहीं है जिससे बच्चे विद्यालय के बाहर खड़े रहते हैं और इसके बाद बच्चे घर चले जाते हैं।
जबकि प्रदेश सरकार बच्चों की पढ़ाई में सुधार लाने के लिए कई योजनाएं चला रहे हैं जिससे गरीब वर्ग के बच्चे भी अच्छी शिक्षा पा सकें लेकिन हालत यह है कि अध्यापक ही अपनी मनमानी कर समय से विद्यालय नहीं खोलते जिससे बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है। ग्राम प्रधान सिकंदर कनौजिया ने बताया कि कई बार अध्यापकों से समय से विद्यालय खोलने के लिए कहा गया लेकिन कोई नहीं सुनता। सप्ताह में कभी कभार तो विद्यालय खुलता ही नहीं है और खुलता भी है तो 11 बजे अध्यापक आते हैं । विद्यालय पर खड़ी एक महिला ने बताया कि विद्यालय हमेशा समय से न खुलने से उनके बच्चों की पढ़ाई पिछड़ रही है। विद्यालय न खुलने से न तो मिडडे-मील बनता है और न ही अन्य किसी योजना का लाभ बच्चों को मिल पाता है।
जब इस विषय पर खंड शिक्षा अधिकारी से बात किया गया तो उन्होंने कहा कि आज जिस विद्यालय में महिला आध्यापक है उनके लिए छुट्टी है लेकिन उस विद्यालय पर ऐसा नहीं रहा और वहां पर पुरुष अध्यापक की तैनाती है।

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