मीडियाकर्मियों के नुकसान की भरपाई की मांग
लखनऊ 20 दिसंबर। राजधानी लखनऊ व प्रदेश के अन्य जिलों में गुरूवार को सीएए और एनआरसी के विरोध में अराजक तत्वों द्वारा हिंसक घटना को अंजाम दिया गया वह बहुत ही षर्मनाक और निन्दनीय है।
लखनऊ के परिवर्तन चैक व अन्य इलाकों में प्रदर्षनकारियों द्वारा मीडियाकर्मियों पर हमला, वाहनों एवं उपकरणों को तोड़ा व जलाया गया है जिसमें मीडियाकर्मियों का कोई दोष नहीं था। हम छायाकार व कैमरामैन जो देखते हैं वहीं दिखाते हैं। प्रदर्षनकारियों ने पूर्व में हुए प्रदर्षन में भी इसी तरह की घटना को अंजाम दिया था।
मीडिया फोटोग्राफर्स क्लब के अध्यक्ष एस एम पारी ने इस कृत्य की घोर निन्दा की और कहा कि पूर्व में भी हुई छायाकारों व कैमरामैनों के साथ घटना के समय चेतावनी दी थी कि भविश्य में ऐसी घटना दोहराई न जाये। हम छायाकार जो देखते हैं वह दिखाते हैं अगर हमने अपने कैमरों का मुंह मोड लिया तो आमजन की आवाज सरकार तक पहुंचाने वाला कोई नहीं होगा। गुरूवार की घटना ने एक बार फिर लखनऊ की गंगा जमुनी तहजीब को षर्मसार करने व आपसी भाईचारे को खंडित करने का प्रयास किया है। श्री पारी ने सरकार से पुरजोर अपील की है कि हमले के दोशियों पर कड़ी कार्रवाई करने व जिन प्रेस छायाकारों के वाहन जलाये गये और जो उपकरण तोड़े गये हैं उनके नुकसान की भरपाई करने की मांग की है।