प्रयागराज-लवकुश शर्माप्रयागराज-सेरेब्रल पालसी से प्रभावित बच्चों की जीवन पर्यन्त देख-भाल अभिभावकों के परिप्रेक्ष्य में’’ विषय पर राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन किया गयासेरेब्रल पालसी से प्रभावित बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए त्रिशला सीपी गांव बनाने की कल्पना सराहनीय कदम-उप मुख्यमंत्री, उ0प्र0मा0 उप मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश श्री केशव प्रसाद मौर्य जी ने प्रयाग संगीत समिति के मेहता आॅडिटोरियम, सिविल लाइन्स प्रयागराज में त्रिशला फाउण्डेशन द्वारा आयोजित बच्चों की दिव्यांगता पर आयोजित राष्ट्रीय संगोष्ठी में प्रतिभाग किया। मुख्य अतिथि के रूप में उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री श्री केशव प्रसाद मौर्य जी ने दीप प्रज्जवलित कर कार्यक्रम का शुभारम्भ किया। कार्यक्रम में फूलपुर की मा0 सांसद श्रीमती केशरी देवी पटेल, शहर उत्तरी के विद्यायक श्री हर्षवर्धन बाजपेयी सहित अन्य गणमान्य लोग उपस्थित रहे। कार्यक्रम में बांग्लादेश, नेपाल सहित कई देशों के लगभग 400 से ज्यादा अभिभावकों ने हिस्सा लिया। ‘‘सेरेब्रल पालसी से प्रभावित बच्चों की जीवन पर्यन्त देख-भाल अभिभावकों के परिप्रेक्ष्य में’’ विषय पर राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया। इस दौरान सेरेब्रल पालसी से संबंधित विभिन्न समस्याओं एवं उनके समाधान पर वक्ताओं ने अपने विचार रखे।कार्यक्रम कें मुख्य अतिथि उ0प्र0 के मा0 उप मुख्यमंत्री श्री केशव प्रसाद मौर्य ने वहां उपस्थित लोगो को सम्बोधित करते हुए कहा कि डॉ जितेंद्र कुमार जैन ने इतना बड़ा फाउंडेशन बनाया है वो बहुत ही अतुलनीय और अद्भुत हैै। डॉ जैन ने त्रिशला सीपी गांव बनाने की कल्पना को जमीन पर उतारने का काम किया है जिसके लिए उनको बहुत ही धन्यवाद देता हूं। उन्होंने कहा कि हम सब मिलकर और पूरी सरकार आपके इस मुहिम में साथ है ऐसी संस्था को आगे बढ़ाने के लिये हम बहुत कुछ करेंगे। मा0 उप मुख्यमंत्री जी ने वहाँ मौजूद सभी लोगों से कहा कि आप सब भी मिलकर डॉ जैन के इस मुहिम में उनका साथ दे। दिव्यांगता होने पर उनके पास एक अन्य अलौकिक शक्ति भगवान देता है जो अद्भुत है। उन्होंने कहा कि इस प्रकार के पवित्र योगदान में सब को मिलकर सहयोग करना चाहिए।कार्यक्रम में नई दिल्ली से आये वक्ता प्रो0 ज्ञानेन्द्र कुमार, प्रो0 शालू गुप्ता, श्री कमलाकांत पाण्डेय ने क्रमशः सेरेब्रल पालसी प्रभावित बच्चों में दौरे की समस्याओं के निदान, बच्चों में दांतो और मुख्य की समस्याओं और सेरेब्रल पालसी प्रभावित बच्चों के सामान्य स्कूलों में पढ़ाई-लिखाई में आने वाली समस्याओं के बारे में विस्तृत रूप से चर्चा की गयी। अभिभावकों की जागरूकता के लिए प्रश्नोत्तरी कार्यक्रम एवं अभिभावक प्रश्न-मंच का भी आयोजन किया गया। त्रिशला फाउण्डेशन के अध्यक्ष डाॅ0 जितेन्द्र कुमार जैन ने बताया कि हमारी टीम के द्वारा कई देशों के हजारों बच्चों का पुनर्वास कर उन्हें समाज की मुख्यधारा से जोड़ा जा चुका है। उम्मीदें लिए देश-विदेश से आ रहे बच्चों की संख्या लगातार बढ़ रही है, ऐसे में फाउंडेशन इन बच्चों के पुनर्वास के लिए ‘‘त्रिशला सीपी गांव’’ का निर्माण करा रहा है। इसका उद्देश्य ऐसे बहुआयामी केंद्र की स्थापना करना है, जहां पर बिना किसी भेदभाव के बच्चों के लिये पुनर्वास की अत्याधुनिक सुविधा के साथ उनके परिवार भी एक जगह रूक कर बच्चों का इलाज एवं पुर्नवास कर सके। यह सी0पी0 गांव पूरे विश्व में पहला ऐसा केन्द्र होगा, जहां पर सेरेब्रल पालसी से प्रभावित बच्चों के सर्वागीण विकास के लिए सभी सुविधाएं उपलब्ध होगी। यह केन्द्र प्रयागराज को दिव्यांग बच्चों के अत्याधुनिक पुनर्वास के क्षेत्र में विश्व पटल पर स्थापित कर देगा।त्रिशला फाउंडेशन के सेरेब्रल पालसी से प्रभावित बच्चों द्वारा इस वर्ष का कार्यक्रम थीम ‘‘नवरस’’ पर आधारित थी और इसे प्रदर्शित करते हुए सेरेब्रल पालसी से प्रभावित छोटे-छोटे बच्चों ने मार्च-पास्ट कर मनमोहक व सुन्दर प्रस्तुति से जीवन की विभिन्न भावनाओं का सजीव चित्रण करके उपस्थित आगंतुकों का मन मोह लिया। कार्यक्र में नवरसों का परिचय मार्च-पास्ट व उनके अभिभावकों द्वारा नृत्य की प्रस्तुति देकर किया गया, जो अतिथिगण व अभिभावकों के लिए आकर्षण का मुख्य केन्द्र रहा।