सोनभद्र। कर्ज चुकता करने के लिए एक युवक ने अपने पड़ोसी के 10 माह के बच्चे का साथियों संग मिलकर किया अपरहण। यह घटना सोनभद्र जिले के अति नक्सल प्रभावित पन्नुगंज थाना क्षेत्र के जगदीशपुर गांव की है।
घटना शनिवार रात की है जब एक युवक जो पत्नी का ऑपरेशन कराने के कारण लगभग तीन लाख रुपये के कर्ज में डूब गया था , जिसे चुकता करने के लिए उसने अपने साथियों संग मिल कर पड़ोसी रामराज जिसको सात बेटियों के बाद हुए 10 माह के बेटे कृष्णा का अपहरण किया। इस घटना कि सूचना डायल 11 2 पीडित ने दिया , जिस पर सक्रिय हुई पुलिस ने कड़ी मशक्कत के बाद बच्चे को चन्दौली जिले के सैयदराजा से बरामद करते हुए दो युवकों को गिरफ्तार करने में सफल रही। इस घटना का खुलासा करते हुए पुलिस अधीक्षक ने बताया कि पन्नुगंज थाना क्षेत्र के जगदीशपुर के दिग्विजय ने पत्नी के ऑपरेशन के बाद लगभग तीन लाख रुपये के कर्ज में डूब गया था जिस पर वह अपने कर्ज को चुकाने के लिए पड़ोसी रामराज के 10 माह के बेटे का अपरहण कर फिरौती मांग कर कर्ज चुकाएगा , इसलिए अपरहण किया। इस घटना की सूचना डायल 112 के द्वारा मिली जिस पुलिस ने सक्रियता दिखाते हुए रात में ही चन्दौली जिले के सैयदराजा से बच्चे को बरामद करते हुए तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया। इस घटना का जल्द अनावरण करने पर पन्नुगंज पुलिस टीम को 10 हजार रुपए म पुरस्कार से सम्मानित किया गया है।
Vo 1 – सोनभद्र में पन्नुगंज थाना क्षेत्र के जगदीशपुर गांव में शनिवार की रात तकरीबन आठ बजे रामराज पुत्र नवमी के सात बेटियों के बीच एकलौते पुत्र कृष्णा 10 माह का पड़ोसी दिग्विजय उर्फ विकास पुत्र कन्हैया निवासी रामगढ़ ने अपने साथियों संग मिलकर अपरहण कर लिया। बच्चे का अपहरण करने से पहले विकास ने रामराज के घर दिन में तीन से चार बार जाकर बच्चे को गोद में लेकर खेलाया। इसके बाद रात आठ बजे के आसपास 10 माह के बच्चे को लेकर वह अपने साथियों राजा गोस्वामी पुत्र संजय गोस्वामी और राकेश सेठ पुत्र शिव पूजन निवासी दुधारी थाना सैयदराजा जिला चन्दौली को दे दिया। 10 माह के बच्चे की अपहरण की सूचना परिजनों ने डायल 112 को दिया। जिस पर सक्रिय हुई पुलिस ने जब विकास से पूछताछ किया तो उसने बच्चे के अपहरण की बात कबूल किया। उसने पुलिस को बताया कि उसकी पत्नी आरती बीमारी से ग्रसित थी जिसका इलाज कराने में काफी पैसा खर्च हो गया था जिससे वह कर्ज में डूब गया था। इस कर्ज को चुकाने के लिए वह पड़ोसी के 10 माह के एकलौते पुत्र के अपहरण की योजना बनाई।
Vo 2 – बच्चे की माँ शांति का कहना है कि बच्चे को मेरे हाथ से छीन कर विकास नाम का लड़का लेकर भाग गया जो पहले से परिचित था । घर के लोगो ने 100 नंबर पर फोन किया तो पुलिस आयी और बच्चे को हमको दिया । हमारे बच्चे के साथ यह लोग क्या करते बेचते या किडनी निकलते हमे नही मालूम । इन लोगो से हमारी कोई दुश्मनी नही है ।
Byte – शांति (10 माह के अपरहित बच्चे की मां)
Vo 3 – पुलिस अधीक्षक ने बताया कि पन्नुगंज थाना क्षेत्र के जगदीशपुर के दिग्विजय उर्फ विकास ने पत्नी के ऑपरेशन के बाद लगभग तीन लाख रुपये के कर्ज में डूब गया था जिस पर वह अपने कर्ज को चुकाने के लिए पड़ोसी रामराज के 10 माह के एकलौते बेटे का अपरहण कर फिरौती मांग कर कर्ज चुकाएगा , इसलिए अपरहण किया था। इस घटना की सूचना डायल 112 के द्वारा मिली जिस पुलिस ने सक्रियता दिखाते हुए रात में ही दिग्विजय उर्फ विकास की ससुराल दुधारी गांव थाना सैयदराजा जिला चन्दौली से बच्चे को बरामद करते हुए तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया। इस घटना का जल्द अनावरण करने पर पन्नुगंज पुलिस टीम को 10 हजार रुपए पुरस्कार से सम्मानित किया गया है।
Byte – आशीष श्रीवास्तव (पुलिस अधीक्षक, सोनभद्र)