शरीर में ऑख न हो और होने पर काम न करती हो उसके लिए सारी दुनिया अन्धकार मय होती है-देवाशीष
एनटीपीसी शक्तिनगर में 227 लोगो के कटरेक्ट का आपरेशन 06 लोगो के माइनर आपरेशन किया गया
बिना मुख्य महाप्रबंधक की उदारता के यह शिविर संभव हीं नहीं हो पाता -डॉ वर्तिका कुलश्रेष्ठ
शक्तिनगर;सोनभद्र।एनटीपीसी लिमिटेड/सिंगरौली सुपर थर्मल पावर स्टेशन के संजीवनी चिकित्सालय द्वारा विगत कई वर्षो की भांति इस वर्ष भी विशाल नेत्र चिकित्सा शिविर का आयोजन किया गया । कंपनी सामाजिक दायित्वों के अन्तर्गत आयोजित किये नेत्र से प्रभावित 570 लोगो ने शिविर लाभ के लिए अपने पंजीयन कराये थे । जिनेमें 227 लोगो के कटरेक्ट का आपरेशन 06 लोगो के माइनर आपेरेषन किया गया । शिविर का उद्घाटन विद्युत गृह के मुख्य महापबंधक देवाशीष चटटोपाध्याय एवं वनिता समाज की अध्यक्षा श्रीमती सुचित्रा नंदी ने संयुक्त रूप में दीप प्रज्ज्वलित कर किया । उद्घाटन सत्र में प्रभारी मुख्य चिकित्साधिकारी स्टेशन के वरिष्ठ अधिकारी, वनिता समाज कार्यकारिणी समिति की भारी संख्या सदस्याएं, ऐपेक्स एवं विभिन्न यूनियनों के पदाधिकारी उपस्थित रहे । इस शिविर के लिए साइट एंड लाइट समिति मिर्जापुर के प्रसिद्व नेत्र रोग विशेषज्ञ डा0 आर.सी दुआ तथा डा0 नितिन दुआ की सेवाएं प्राप्त हुई ।
संजीवनी चिकित्सालय की नेत्र रोग विशेषज्ञ डा0 वर्तिका कुलश्रेष्ठ एवं उनके स्टाफ का योगदान प्रषंसनीय रहा । संजीवनी चिकित्सालय के मुख्य चिकित्साधिकारी डा0 एम एम साब्दे, प्रषासनिक प्रभारी डॉ एस के खरे के मार्गदर्षन डा0 रविन्द्र सिंह, डा0 पी जे दत्ता, डा0.एस के सिंह, डॉ प्रेमलता कुरकांजी, शिप्रा रानी, डॉ सविता नायक, डॉ विदया साब्दे, डॉ दीपक कृपाल, डॉ बी एस लोधी एवं उनके सहयोगी स्टाफ का सक्रिय सहयोग प्राप्त हुआ । विदित रहे हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी इस वर्ष की शिविर के लाभार्थियों के लिए चिकित्सा के परामर्ष के अनुसार भोजन, जलपान, चाय का प्रबंध वनिता समाज शक्तिनगर द्वारा उपलब्ध कराया गया था जो काबिले तारीफ रहा । दूर-दराज से आए लाभार्थियों एवं उनके एक -दो सहयोगियों को उक्त सुविधा अपने सिमित संसाधनों पर उपलब्ध कराना अपने आप में कठिन माना जाता है फिर भी समाज की सदस्याओं ने इस दायित्व का निवर्हन बड़े उत्साह एवं उत्तम प्रकार से पूर्ण किया । शिविर का समापन संजीवनी परिसर में बड़े उत्साह से किया गया । इस मौके पर अपने विचार रखते हुए सी जी एम देवाशीष चट्टोपाध्या ने कहा कि यद्यपि शरीर के सभी अंग महत्वपूर्ण है फिर भी जब ऑखों की चर्चा होती है तो ऑख ज्ञान इन्द्रीयों में भी उंचा स्थान रखती है जिस शरीर में ऑख न हो और होने पर काम न करती हो उसके लिए सारी दुनिया अन्धकार मय होती है और इसकी पीड़ा भुक्त भोगी बयान कर सकता है । इन्ही शब्दों के साथ सीजीएम सिंगरौली ने उपस्थितों से अपने सभी अंगों के साथ ऑखों की देखभाल अच्छी तरह से करने का परामर्ष रखा । इस मौके पर शिविर के चिकित्सक डा0 दुआ ने लाभाथियों को शीघ्र ठीक होने के लिए आवष्यक परामर्ष प्रदान किये । धयन्वाद ज्ञापन के क्रम में डा0 वर्तिका कुल श्रेष्ठ ने शिविर की प्रमुख बातों को रखते हुए मुख्य महाप्रबंधक के प्रति आभार जताया तथा कि कहा कि बिना मुख्य महाप्रबंधक की उदारता के यह शिविर संभव हीं नहीं हो पाता । इसी क्रम में शिविर के सभी सहयोगियों का धन्यवाद करते हुए लाभार्थियों को चिकित्सालय के प्रति अट्ट विष्वास रखने के लिए भी धन्यवाद ज्ञापित किया तथा आपरेषन उपरान्त आवष्यक सावधानियों से अवगत कराया।समापन सत्र में कुछ लाभार्थियों ने भी अपने विचार रखते हुए एनटीपीसी चिकित्सालय स्टाफ, वनिता समाज , सीएसआर विभाग के प्रति आभार जताया । विदित रहे इस वर्ष शिविर लाभार्थियों के लिए बतौर उपहार कंबल एवं चष्मा का प्रबंध वनिता समाज ने अपने व्यय पर जुटाया था जो निहायत ही अनुकरणीय माना जा रहा है ।