सोनभद्र। उत्तर प्रदेश पावर कारपोरेशन के पीएफ घोटाले को लेकर आज अधीक्षण अभियंता कार्यालय पर राज्य विद्युत परिषद जूनियर इंजीनियर्स संगठन ने संयुक्त संघर्ष समिति के बैनर तले जिले के सभी विद्युत इंजीनियर्स ने धरना प्रदर्शन करके सरकार से दोषी अधिकारियों पर कार्रवाई करते हुए पीएफ का पैसा जमा कराने की मांग किया।इस दौरान इंजीनियर्स का कहना था कि कर्मचारी खर्चे में कटौती करके पीएफ का पैसा जमा करता जो उसके रिटायर्ड होने के बाद काम आता है लेकिन भ्रष्ट अधिकारियों ने एक डूबती कम्पनी में लगा दिया है। इस घोटाले से जुड़े सभी अधिकारियों को तत्काल हटाये जाने की मांग की। इस दौरान बिजली कर्मचारियो ने ऊर्जा क्षेत्र के निजीकरण का विरोध किया। उन्होंने पावर सेक्टर इम्प्लाइज ट्रस्ट की 2268 करोड़ रुपये की धनराशि डीएचएफएल में लगाने और रकम डूब जाने का विरोध किया। वही अधीक्षण अभियंता ने कहा कि पीएफ घोटाले से जुड़े समस्त अधिकारियों को तत्काल गिरफ्तार किया जाय।प्राविडेंट फंड घोटाले के विरोध में संयुक्त संघर्ष समिति के बैनर तले विद्युत कर्मचारियो ने अधीक्षण अभियंता कार्यालय पर धरना प्रदर्शन करके दोषियों के गिरफ्तारी की मांग किया। संघर्ष समिति के लोगो ने कहा कि 45 हजार कर्मचारियो की भविष्यनिधि की गाढ़ी कमाई लूटने से उत्पन्न हालात को लेकर बेहद आक्रोशित है। हमारी मांग है कि जीपीएफ एवं सीपीएफ में जमा धनराशि को भुगतान की गारण्टी शासन द्वारा दिया जाय। जीपीएफ एकाउंट में फंसे 2268 करोड़ रुपए की वापसी सुनिश्चित करायी जाय।इस दौरान इंजीनियर्स का कहना था कि कर्मचारी खर्चे में कटौती करके पीएफ का पैसा जमा करता जो बच्चो पढ़ाई, शादी विवाह और घर बनाने में खर्च करता है।लेकिन भ्रष्ट अधिकारियों ने एक डूबती कम्पनी में लगा दिया है। इस घोटाले से जुड़े सभी अधिकारियों को तत्काल हटाया जाय।वही अधीक्षण अभियंता ई0 सुभाष चंद्र यादव ने कहा कि पीएफ घोटाले से जुड़े समस्त अधिकारियों को तत्काल गिरफ्तार किया जाय। भविष्यनिधि में कर्मचारी अपने वेतन में कटौती करके जमा करता है लेकिन एक डूबती कम्पनी में पैसा लगाना गलत था। सरकार ने सीबीआई जांच की संस्तुति किया है जो जांच करके जल्द ही दोषियों का पता लगाएगी।इस दौरान अधीक्षण अभियंता,अधिशाषी अभियंता,एसडीओ घोरावल,एसडीओ राबर्ट्सगंज,एसडीओ रामगढ़,समेत सभी जेई,एई उपस्थित रहे।