नयी दिल्ली।पाकिस्तान की ओर से अकारण की गई गोलीबारी के जवाब में भारतीय सेना ने रविवार को तोपखाने का मुंह खोलते हुए नियंत्रण रेखा पर जम्मू कश्मीर के तंगधार सेक्टर के पास सीमा पार स्थित कम से कम तीन आतंकी शिविरों और पाक सेना के कई ठिकानों पर भीषण हमला किया जिसमें 6 से 10 पाकिस्तानी सैनिक मारे गए।
भारतीय सेना की कार्रवाई पर सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत ने कहा, PoK में आतंकवादी शिविरों को निशाना बनाने के लिए तोपखाने की तोपों का इस्तेमाल किया गया. उन्होंने बताया, जब से अनुच्छेद 370 को जम्मू-कश्मीर से निरस्त किया गया, हमें राज्य में शांति और सद्भाव को बिगाड़ने के लिए सीमा पार से आतंकवादियों द्वारा घुसपैठ के बार-बार इनपुट मिल रहे हैं।
धीरे-धीरे घाटी में हालात सामान्य हो रहे हैं, लेकिन जाहिर है कि पाक और पीओके में कुछ लोग आतंकवादी और एजेंसियों के इशारे पर काम कर रहे हैं, जो शांतिपूर्ण माहौल को बाधित करने की कोशिश कर रहे हैं।
सेना प्रमुख ने कहा, बीते कुछ महीनों में घुसपैठ के प्रयास की कई घटनाएं सामने आई हैं. हमारे पास पुख्ता सूचना थी कि कुछ आतंकी घुसपैठ की कोशिश में हैं जिसके बाद यह ऐक्शन लिया गया. आर्मी चीफ ने कहा, आतंकी घुसपैठ के लिए नये-नये तरीके अपना रहे हैं, लेकिन हम उनका मुकाबला करने के लिए पूरी तरह तैयार हैं।
गौरतलब हो भारतीय सेना की गोलाबारी में करीब 22 से अधिक आतंकवादी भी मारे गये हैं. जवाबी कार्रवाई ऐसे समय की गई जब शनिवार शाम पाकिस्तान की गोलीबारी में भारतीय सेना के दो जवान शहीद हो गए और एक आम नागरिक मारा गया।
भारतीय सेना के एक अधिकारी ने बताया कि पाकिस्तानी सेना ने कल शाम तंगधार सेक्टर के भारतीय क्षेत्र में आतंकवादियों की घुसपैठ कराने के लिए अकारण संघर्षविराम उल्लंघन शुरू कर दिया।
अधिकारी ने कहा कि भारतीय सेना की जवाबी कार्रवाई में आतंकवादियों के लॉंच पैडों और इन लॉंच पैडों को सुरक्षा प्रदान करने वाली अनेक पाकिस्तानी चौकियों तथा कुछ शस्त्र स्थलों को निशाना बनाया गया।
उन्होंने कहा कि अगर पाकिस्तान सीमा पार से आतंकी गतिविधियों में मदद देना जारी रखता है तो भारतीय सेना को अपने हिसाब के समय और जगह पर जवाब देने का अधिकार है।
सूत्रों ने बताया कि पाकिस्तानी ठिकानों तथा आतंकी शिविरों को निशाना बनाने की तुलना 2016 में भारतीय सेना द्वारा की गई सर्जिकल स्ट्राइक से नहीं की जानी चाहिए. इस बीच, पाकिस्तानी सेना ने रविवार को कहा कि भीषण गोलीबारी में कम से कम नौ भारतीय सैनिक मारे गए हैं और कई अन्य घायल हुए हैं, लेकिन भारतीय सेना ने इस दावे का खंडन किया है।
पाकिस्तानी सेना के प्रवक्ता मेजर जनरल आसिफ गफूर ने ट्वीट किया कि झड़पों में पाकिस्तान ने भी अपना एक सैनिक और तीन नागरिक खो दिए. पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) के मुजफ्फराबाद जिला उपायुक्त बदर मुनीर ने मीडिया से कहा कि नौसेरी सेक्टर तथा पास में नीलम घाटी के जुरा सेक्टर के क्षेत्र सर्वाधिक प्रभावित हुए हैं।सौजन्य प्लपल इंडिया।