बभनी/सोनभद्र (अरुण पांडेय/विवेकानंद)
मामला विकास खंड बभनी के प्राथमिक विद्यालय कन्हैयाडांड़ का।
अंग्रेजी माध्यम विद्यालयों के खेल में ये विद्यालय भी हुआ विरान।
शिक्षा विभाग के रवैए से ग्राम प्रधान समेत ग्रामिणों में आक्रोश।
बभनी। विकास खंड में जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी के मनमानी तरीके से किए गए पदस्थापन के खेल में एक विद्यालय प्राथमिक विद्यालय कन्हैयाडांड़ जहां एक ट्राईसायकिल से चलने वाला शिक्षामित्र के सहारे 86 बच्चों का भविष्य अंधेरे में डगमगाते हुए मिला दयाशंकर नाम का शिक्षामित्र जो 2010 से कार्यरत है।
दयाशंकर ने बताया कि इन नौ वर्षों में कई शिक्षक आए और गए मेरे द्वारा शिक्षण कार्य लगातार चलता रहा परंतु अब विभागीय रवैए को देखते हुए मैं मानसिक रूप से पिड़ित हुं कि अब कैसे विभागीय कार्यों का निर्वहन कर पाऊंगा।इस संबंध में जब ग्राम प्रधान बीना यादव ने बताया कि शिक्षा विभाग के रवैए से ग्रामीणों में काफी आक्रोश व्याप्त है यदि शिक्षा विभाग की यही स्थिति रही तो प्राथमिक विद्यालय में पढ़ने वाले सभी बच्चों के अविभावकों का एक स्वर में कहना है कि यदि शिक्षा विभाग इसी तरह मनमानी करता रहेगा तो हम सभी अपने बच्चों का नामांकन प्राइवेट विद्यालयों में कराएंगे। और विद्यालय में उपस्थित ट्राईसाईकिल वाले शिक्षामित्र की विद्यालय की रसोईयां ग्राम प्रधान समेत सभी ग्रामीणों ने सराहना भी किया।