रेलवे चल टिकट निरक्षक के अति सराहनीय कार्य

चोपन/सोनभद्र(अरविन्द दुबे)

त्रिवेणी एक्सप्रेस जिसका नाम संगम के नाम पर पड़ा है आज त्रिवेणी एक्सप्रेस वाकई ही संगम वाला काम किया है। बताते चलें कि एक बच्चा जिसका नाम चंदन कुमार था उसकी उम्र 8 वर्ष सासाराम का रहने वाला भूल से 15077 त्रिवेणी एक्सप्रेस पर चढ़ गया। जब टीटी जितेंद्र कुमार रिजर्वेशन बोगी में घुसे और टिकट चेक करने लगे। उसी दौरान एक बच्चा उन्हें दिखा। बोगी में कई लोगों से पूछने के बाद उस बच्चे के बारे में कोई बता नहीं सका। जब बच्चे से टीटीई जितेंद्र कुमार ने पूछा कि, तुम्हारे परिजन कहां है तो वह रोने लगा। काफी देर पूछने के बाद उसने अपना पता और अपने पिता का नाम बताया और बताया कि वह भूल से इस ट्रेन में चढ़ गया। इसके बाद भगवान बनकर आए उस लड़के के लिए टीटीई जितेंद्र कुमार ने आरपीएफ को सूचना दी। पूरी पड़ताल करने के बाद रेलवे पुलिस फोर्स ने अपनी सक्रियता से उसके परिजन तक सूचना पहुंचाई। जिसके बाद उसकी मौसी दुर्गावती चोपन स्टेशन पहुंची मौसी के पहुंचने के बाद बच्चे से मौसी को पहचानने को कहा गया तो, बच्चे ने बोला कि हां यही मेरी मौसी है और वह जरही था हरीश थाना डंडई जिला, गढ़वा की रहने वाली है। लड़के की पहचान के बाद लड़के को मौसी के सुपुर्द कर दिया गया। इस तरह त्रिवेणी एक्सप्रेस ने एक बच्चे को मिलाने का काम किया या यू कहे प्रयागराज का संगम चोपन स्टेशन पर ही लोगों को देखने को मिला। वही खोए हुए बच्चे को उनके परिजनों से मिलाने वाले टीटीई जितेंद्र कुमार और आरक्षी एस. एन राम, आरक्षी बी.के रवि, आरक्षी संतोष कुमार और रेलवे सुरक्षा बल को बहुत-बहुत धन्यवाद किया और भविष्य में बच्चे पर विशेष ध्यान रखने का वादा किया।

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