रांची, ।कोल इंडिया में सौ प्रतिशत एफडीआई और निजीकरण के खिलाफ पाचो संगठनों के संयुक्त मोर्चा द्वारा आहूत मंगलवार को हड़ताल का सीसीएल बरका सयाल परिक्षेत्र में व्यापक असर देखा जा रहा है। क्षेत्र के भुरकुंडा ,उरीमारी ,सयाल, सौंदा डी, सेंट्रल सौंदा, बिरसा ,न्यू बिरसा, बलकुदरा सहित विभिन्न कोयला खदानों में कोयला उत्पादन के साथ-साथ ट्रांसपोर्टिंग सेवा भी पूरी तरह से ठप नजर आ रही है। वाहनों का पहिया जैसे थम गया है। कोयला खदानों में हाईवा शावेल बड़ी बड़ी मशीने खड़ी हो गई है।
सीसीएल बरका सयाल परिक्षेत्र में 95 प्रतिशत से अधिक श्रमिक हड़ताल के समर्थन में काम पर नहीं आए हैं । हड़ताल का असर पानी बिजली सेवा में भी देखा जा रहा है। यह हड़ताल एटक, इंटक सीटू, एचएमएस सहित विभिन्न ट्रेड यूनियनों द्वारा संयुक्त रूप से केंद्र सरकार के मजदूर नीतियों के खिलाफ आहूत की गई है। हड़ताल को सफल बनाने के लिए यूसीडब्ल्यू के विंध्याचल बेदिया, सीटू के डीडी रामनंदन, झाकोमयू संजीव बेदिया, बीसीकेयूके मिथिलेश सिंह, कोफीमयू के उदय सिंह राकोमस के राजू यादव ,राकोमयू के देवेंद्र सिंह, एजेकेएसएस के सतीश सिन्हा , दीझाकोमयू के अनील सिंह एनसीओइए पीडी सिंह के नेतृत्व में कार्यकर्ता लगे हुए हैं।
झंडा बैनर के साथ सैकड़ों हड़ताल समर्थक सुबह से ही सड़कों पर उतर चुके है। कोलियरियों में सन्नाटा सा छाया हुआ है। हड़ताल की सफलता को ले वासुदेव साव ,जयनारायण बेदिया, लखेन्द्र राय, विनोद मिश्रा ,धनंजय सिंह, डा जीआर भारत ,नरेश मंडल, विकास कुमार ,अर्जुन सिंह, संजय शर्मा ,सत्यनारायण ठाकुर ,अशोक गुप्ता, रमाकांत दुबे ,बैजनाथ कुमार, उदय मालाकार ,सुधीर सिंह ,संजय यादव, शिवशंकर पांडे ,आजाद भुईयां ,जगन्नाथ पासवान आदि लगे हुए हैं।
सीसीएल का गिरिडीह एरिया ठप
कोयला उद्योग में सौ फीसद एफडीआइ के खिलाफ राष्ट्रव्यापी हड़ताल को सीसीएल की गिरिडीह एरिया में अभूतपूर्व सफलता मिली है। पूरे गिरिडीह में उत्पादन एवं डिस्पैच पूरी तरह से ठप है। एक छटांक कोयला का न तो उत्पादन हुआ है और न ही यहां से बाहर कोयला भेजा गया है। सभी संगठित और असंगठित मजदूर मंगलवार की सुबह से ही हड़ताल पर चले गए हैं। इधर पांचों केंद्रीय ट्रेड यूनियनों के अलावा अन्य मजदूर संगठनों के नेता एरिया कार्यालय पर प्रदर्शन कर रहे हैं। मजदूर एवं उनके नेता केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर रहे हैं।