डाला/सोनभद्र(गिरीश पांडेय)चोपन विकाश खण्ड के कोटा ग्राम पंचायत में एक साल के भीतर साढे़ पॉच करोण रुपए के हुए भुगतान।यहाँ ग्राम प्रधान व सेक्रेटरी के द्वारा दलालों से काम कराने का भी मामला प्रकाश में आ रहा है।वर्तमान घोटालों की जॉच के दौरान 29 साइड़ो पर काम हुए ही नही ,परन्तु ग्राम प्रधान व सप्लायर के मिलिभगत करके सामग्री व कुछ साइडो़ पर मजदुरो का भी पूर्ण भुगतान करा लिया गया है|कोटा ग्राम उच्च स्तरीय जॉच हुई तो जिले के कई सफेदपोशों के नाम उजागर हो जाएगें| प्राप्त जानकारी के अनुसार कोटा ग्राम पंचायत को विकाश की खाका का विस्तारी करण करने के लिए पंचायत की जनता ने नया प्रधान चुना था परन्तु कहावत ठाक के तीन पात वाली है,ग्राम पंचायत के खाते से अब तक कुल चार वर्षों मे लगभग साढे़ सात करोण के कार्यों के भुगतान हुए है,जिसमे कोटा ग्राम पंचायत की तीसरी बार जिले के अधिकारीयों द्वारा जॉच की प्रकिया चल रही है,ग्राम पंचायत के धन के बंदर बाट मे ग्राम प्रधान सहित बिल्डिंग मैटीरियल की सप्लाई करने वाला भी उतना ही दोषी है,जब की वर्तमान समय मे जॉच टीम ने 29 साईड़ो पर काम का होना नही पाया जिसमें लगभग 72 लाख रुपए का भुगतान करा लिया गया,ग्राम प्रधान व ग्राम विकाश अधिकारी द्वारा विकाश का पैसा सप्लायरों को भुगतान किया जाता है,जब जॉच टीम ने पाया की काम हुए नही और पूर्ण भुगतान हो गए तो सप्लायरों के मिलिभगत को नकारा नही जा सकता है, कोटा ग्राम पंचायत में अब तक आध दर्जन सप्लायरो के नाम से विकाश कार्यों के सप्लाई का भुगान किया जा चुका है परन्तु एक सालों के भीतर कृष्णा बिलडिंग मैटीरियल को लगभग साढ़े पॉच करोण रुपए ग्राम पंचायत से दिया गया है,शिकायत कर्ता सदस्यों ने आरोप लगाया है ग्राम प्रधान के जॉचोपरांत मैटीरियल फर्मों की जॉच कराई जाय जब उन्होने समान नही दिया तो पंचायत के विकाश का पैसा क्यू ले लिया|ग्राम पंचायत के जॉच में आए एक अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया की इस ग्राम पंचायत में विकाश के पैसों का बहुत बंदर बाट कीया गया है|अब जिलाधिकारी के जॉच के बाद ही स्पष्ट हो पाएगा की वर्तमान समय मे जॉच में धन के बंदर बाट में कौन कौन दोषी है|