सोनभद्र।जनपद सोनभद्र जिला जेल गुरमा में बंदी ने इलेक्ट्रिक शॉक से आत्महत्या करने की कोशिश किया। गंभीर हालत होने पर उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया ,जहां प्राथमिक उपचार के बाद वाराणसी ट्रॉमा सेंटर रेफर कर दिया गया।बंदी ने चौकी इंचार्ज रेणुकूट पर पैसे न देने पर मुकदमे में फंसाने का आरोप लगाया है।वही दूसरी तरफ गम्भीर अवस्था मे भी बंदी को जंजीरों से बांध कर मानवता को तारतार करने का काम किया गया।
जिला जेल में बंदी ने सोमवार को आत्महत्या करने की कोशिश की, इलाज के लिए पुलिस अभिरक्षा में उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया, यहां डॉक्टरों ने प्राथमिक उपचार के बाद वाराणसी ट्रॉमा सेंटर रेफर कर दिया।
दरअसल, चार दिन पहले प्रेम प्रसंग मामले में लड़की की मां की तहरीर पर चौकी इंचार्ज रेणुकूट ने किशन साहनी को गिरफ्तार कर जेल भेजा था। कांस्टेबल ने बताया कि इसके पहले भी किशन ने आत्महत्या करने का प्रयास किया था, सोमवार को भी उसने इलेक्ट्रिक शॉक के माध्यम से आत्महत्या करने का प्रयास किया।
वहीं बंदी ने चौकी इंचार्ज रेणुकूट पर फंसाने का आरोप लगाया है।उसने बताया कि चौकी इंचार्ज ने पैसे की मांग की थी, नहीं देने पर मुकदमे में फंसाया जा रहा है।जिस लड़की के साथ आरोप लगाया जा रहा है उससे सात महीने से उसका प्रेम प्रसंग है।वही डॉ0 राजेन्द्र प्रसाद चिकित्सक जिला अस्पताल ने बताया कि करंट लगने से बंदी की हालत गंभीर है. जिला अस्पताल में इलाज के बाद वाराणसी रेफर कर दिया गया है।