झारखंड बॉर्डर समीप पिपरहवा बंधी के लिए किसानों ने छेड़ा आंदोलन, पानी नही तो जिलाधिकारी का करेंगे घेराव

दुद्धी। (भीमकुमार) दुद्धी ब्लाक क्षेत्र के बूटबेढवा व नवसृजित ग्राम पंचायत धरतीडोलवा के सैकड़ों महिलाओं पुरुषों किसानों ने आज सुबह लगभग 10:00 बजे धरतीडोलवा गांव से सटे पिपरहवा बंधी में कनहर सिंचाई परियोजना का पानी नहीं देने से आक्रोशित ग्रामीणों ने दोनो ग्राम प्रधान के अगुवाई में पिपरहवा बंधी को पानी दो पानी दो के नारों के साथ जोरदार प्रदर्शन दोपहर 1बजे तक विरोध कर मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन भेजा।

क्षेत्र में बसे किसानों की खुशहाली के लिए बहुउद्देश्यीय कनहर सिंचाई परियोजना का निर्माण होने से जहां किसानों में खुशी की आस जगी थी। वहीँ सोनभद्र जिले के अंतिम छोर पर बसा झारखंड बॉर्डर से सटे धरतीडोलवा ग्राम व बुटबेढ़वा ग्राम पंचायत में स्थित पिपरहवा बंधी में कनहर सिंचाई परियोजना की कार्य कर रही संस्था एच ई एस के द्वारा निकाली जा रही नहर को उक्त गांव में पूर्व से ही निर्मित पिपरहवा बंधी में पानी नहीं डाले जाने से आक्रोशित ग्रामीणों ने आज दोनों ग्राम प्रधान के अगुवाई में पिपरहवा बंधी पर जोरदार नारों के साथ प्रदर्शन किया।

ग्रामीणों किसान को संबोधित करते हुए बूटबेढवा ग्राम पंचायत के ग्राम प्रधान पवन कुमार रजक ने कहा कि जहां एक ओर सरकार किसानों के हित की बात करती है। तथा बहुप्रतीक्षित कनहर सिंचाई परियोजना का निर्माण तीव्र गति से करा कर किसानों को खेती करने के लिए समुचित पानी की व्यवस्था में करोड़ों, अरबों रुपए खर्च करके कनहर बांध का निर्माण करा रही है परंतु अधिकारियों की घोर लापरवाही के कारण धरतीडोलवा ग्राम पंचायत व बुटबेढवा ग्रामपंचायत के किसानों को पानी नहीं मिलने की आस जग गई है। क्योंकि एच ई एस कंपनी के अधिकारी व कर्मचारियों के द्वारा इन गांव से लगभग 2 किलोमीटर नीचे एक लिंक नहर बनाने के लिए सर्वे कराया जा रहा है। अगर इस लिंक नहर का निर्माण सर्वे के अनुसार करा दिया जाता है। तो धरतीडोलवा ग्राम पंचायत व बुटबेढवा ग्राम पंचायत के सैकड़ों किसान कनहर सिंचाई परियोजना के पानी से वंचित हो जाएंगे। इसलिए आज हम सब ग्रामीण बंधीं पर एकत्रित होकर के सरकार तक आवाज पहुंचाएंगे की हर हाल में पिपरहवा बंदी में पानी कनहर सिंचाई परियोजना का गिराया जाए। ताकि बंधी से निकलने वाली नहर से दोनों ग्राम पंचायतों के सैकड़ों बीघा जमीन सिंचित करके किसान खुशहाल हो सके।

धरतीडोलवा ग्राम पंचायत के ग्राम प्रधान प्रतिनिधि सुरेंद्र कुमार पासवान ने मौजूद ग्रामीणों को संबोधित करते हुए कहा कि आज किसान पानी के अभाव में खेतों में खेती नहीं कर पा रहे। परंतु सरकार की मंशा के अनुरूप अरबों रुपए की लागत से निर्माण हो रही कनहर सिंचाई परियोजना का पानी धरती डोलवा ग्राम पंचायत व बुटबेढवा ग्राम पंचायत के सैकड़ों किसानों को पानी नहीं मिलने की बात हो रही है। धरतीडोलवा ग्राम पंचायत में जंगल के किनारे स्थित पिपरहवा बंधी में पानी गुलरिया नाला से होकर के जमा होता है अगर कनहर सिचाई परियोजना के कार्यदाई संस्था एचईएस कंपनी के अधिकारी व कर्मचारी इस बात पर ध्यान दें कि मुख्य नहर से जो लिंक नहर का निर्माण के लिए सर्वे कराया जा रहा है। जिसमें लाखों लाख रुपए कि खर्च आएगी इसके बाद भी धरतीडोलवा ग्राम पंचायत व बुटबेढवा ग्राम पंचायत के सैकड़ों बीघा जमीन सिंचित होने से वंचित हो जाएंगे, परंतु इस मेन लिंक नहर के पास ही एक नाला गुलरिया नाला के नाम से जाना जाता है। अगर इस गुलरिया नाला में सिर्फ नहर का पानी छोड़ दिया जाए। तो इस गुलरिया नाला से पिपरहवा बंधी में पानी आकर जमा होगा और पिपरहवा बंधी से निकलने वाली नहर से किसान पानी लेकर के खुशहाल हो जाएंगे, परंतु कंपनी के अधिकारी व कर्मचारियों की घोर लापरवाही के कारण इन ग्राम पंचायतों के किसान सिंचाई से वंचित होने के कारण आज पिपरहवा बंधी पर एकत्रित होकर के बंधी में पानी दो पानी दो के नारों के साथ आवाज बुलंद की है। अगर हमारी आवाज शासन-प्रशासन के लोग ध्यान नहीं देते हैं तो हम लोग आगामी तहसील दिवस पर जिलाधिकारी का घेराव करके जोरदार प्रदर्शन करेंगे। तथा लिंक नहर को हर हाल में नहीं बनने देने का संकल्प भी लेंगे।

इस मौके पर रामजी उरांव विट्ठल राम राधा पासवान गोपीचंद पासवान रामनाथ भुल्लन राम अमेरिका तिलक प्रसाद जगदीश राम केश्वर राम नरेश राम देव नारायण विरेन्द्र पासवान अशोक पासवान दीपक पासवान जयकुमार नकुल राम इंद्रावती देवी सावित्री देवी पार्वती देवी किस्मतिया देवी लीलावती देवी सुनीता देवी पप्पू कुमार संजय कैलाश प्रमोद उमेश कुमार गोविंद कुमार प्रदीप कुमार तिलक प्रसाद सुरेश राम परमेश्वर राम सहित सैकड़ों लोग एकत्रित थे।

Translate »