सोनभद्र। सूबे में महिलाओं के साथ रहे उत्पीड़न को लेकर राज्य महिला आयोग कितना गम्भीर है इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि सोनभद्र दौरे पर आई राज्य महिला आयोग की सदस्य अनामिका चौधरी ने कहा कि महिला आयोग कोई जादू की छड़ी नही जो सभी समस्याओं को हल कर दें
उन्होंने मीडिया पर ही आरोप मढ़ते हुए कहा कि आप लोग सिर्फ महिला आयोग द्वारा जो समस्याए निस्तारित नही हो रही उन्ही को दिखाते है न कि जिन समस्यों को महिला आयोग सुलझा चुकी होती है उन्हें नही दिखाते है। आज राज्य महिला आयोग की सदस्य पीडब्लूडी डाक बंगले में पहुची जहाँ महिलाओं की शिकायतों को सुना और कुछ पुराने मामले के निस्तारण का नही होने पर सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देशित किया। वही अपनी समस्याओं को लेकर आये पीडितो का कहना था कि महिला आयोग में शिकायत दर्ज कराया जाता है लेकिन यहां सिर्फ सुनवाई के लिए बुलाया जाता है कोई कार्रवाई अधिकारी कार्यालयों में बैठे – बैठे ही रिपोर्ट लगा देते है जिससे अब मन निराशा होने लगा है।
सोनभद्र के दौरे पर आयी राज्य महिला आयोग की सदस्य अनामिका चौधरी ने पीडब्लूडी डाक बंगले में पीड़ित महिलाओं की शिकायतों को सुना और प्रेस कांफ्रेंस किया।इस दौरान अनामिका चौधरी ने बताया कि सोनभद्र आने का उद्देश्य यह है कि महिला आयोग की सभी सदस्य जनपद के एक एक घर तक जाकर महिलाओ की समस्याओं को सुनेगी और उनके साथ जो भी उत्पीडन हो रहा था अब वह बन्द होगा।अब तक महिलाएं जो उत्पीडन सह रही थी अब सहन बन्द करे ,अपने आप को अवला नही ताकतवर समझे और उनकी जो भी समस्या है महिला आयोग उनका निस्तारण करने का पूरा प्रयास करेगी।सरकार द्वारा महिलाओ के उत्थान के लिए बहुत सारी योजनाएं चलाई जा रही है जिसके कारण महिलाएं अपने आप को मजबूत समझे।आगे बताया कि महिलाओं की सुरक्षा के लिए 181 आशा ज्योति केंद्र हेल्प लाइन नम्बर सरकार ने दिया है जिसमे महिलाओ पर कोई भी उत्पीड़न होता है तो वे तुरंत इस नम्बर पर कल करे मदद मिलेगी।इस दौरान अपर पुलिस अधीक्षक , जिला प्रोवेशन विभाग , जिला कार्यक्रम विभाग , समाज कल्याण विभाग के लोग और उप निरीक्षक व महिला पुलिस सहित महिला सुरक्षा 181 व आशा ज्योति के लोग मौजूद रहे।
राज्य महिला आयोग की सदस्य ने महिलाओं की समस्याओं को सुनने के बाद ने बताया कि महिलाओं पर उत्पीड़न न हो इसके लिए आज राज्य महिला आयोग सोनभद्र में है जहाँ महिलाओं की शिकायतों को सुना गया। कुछ पुराने मामले भी आये जिसका निस्तारण नही होने पर एसडीएम और सीओ को निर्देशित किया गया है। उन्होंने कहा कि महिला आयोग कोई जादू की छड़ी नही जो समस्याए सुने और उसके तुरन्त निस्तारण ही हो जाय , यहां सभी महिलाओं की समस्याओं को सुना जाता है और सम्बन्धित अधिकारियों को उसके सम्बन्ध में निर्देश दिए जाते है। इसके साथ ही महिलाओं की समस्याओं को लेकर मुख्यमंत्री स्वयं गम्भीर है जो महिला आयोग की प्राप्त सम्याओं की स्वयं निगरानी करते है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि मीडिया महिला आयोग के द्वारा निस्तारित समस्याओ का भी व्यापक प्रचार प्रसार करे ताकि महिलाये अपनी समस्याओं को लेकर महिला आयोग तक पहुचे।
वही महिला आयोग की सदस्य के सामने एक पीड़ित पिता कन्हैयालाल ने गुहार लगाते हुए बताया कि उसकी बेटी का 3 जनवरी को अपहरण गांव के ही कुछ व्यक्तियों ने किया और उसका शव 10 जनवरी को घाघर बैराज के पास उतराया मिला। पुलिस ने 302 समेत अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज तो कर लिया लेकिन विपक्षीगणों से मोटी रकम लेकर हत्या को डूबने से मौत बता रही है। जिसको लेकर महिला आयोग में शिकायत दर्ज कराया था लेकिन यहां सिर्फ सुनवाई के लिए बुलाया जाता है कोई कार्रवाई अभी तक दोषियों पर नही हुई है जिससे अब मन निराशा होने लगा है।