
बेलगाम हो चुके बाट-माप विभाग पर नही लग पा रहा है अंकुश
तहसील दिवस में जिलाधिकारी से पीड़ित ने लगाई गुहार
दुद्धी।(भीमकुमार) बाट-माप विभाग के अधिकारियों-कर्मचारियों की उदासीनता, लोलुपता, धनलिप्सा और तानाशाही रवैये के कारण दुद्धी तहसील क्षेत्र में नित्य नई समस्याएं जन्म ले रही हैं। विभागीय कर्मचारियों की स्वार्थलिप्सा के चलते व्यापारी हित की योजनाएं वरदान की जगह अभिशाप बनकर रह गयी हैं। मंगलवार को एक फुटपाथी सब्जी बेचने वाले गरीब दुकानदार का प्रार्थना पत्र देख जिलाधिकारी के भी माथे पर बल पड़ गया। टोकरी में सब्जी बेचने वाले पर बाट-माप विभाग द्वारा 8 हजार का जुर्माना ठोंक देना कहाँ तक न्यायसंगत है। कस्बे के वार्ड नं. 9 निवासी सोनू जायसवाल पुत्र अनिल जायसवाल ने तहसील दिवस पर आए जिलाधिकारी को प्रार्थना पत्र देकर अवगत कराया कि वह दुद्धी में फुटपाथ पर सब्जी बेच अपने परिवार का जीविकोपार्जन करता है। 2 माह पूर्व वह दुकान पर माँ को बैठा खाना खाने गया था। इस बीच बाट-माप विभाग का दुद्धी में लगभग 25 वर्षों से कार्यरत कर्मचारी सुमेरनाथ यादव आकर बिना पैसे के सब्जी ले लिया। मां ने पैसे मांगे तो अभद्र भाषा का प्रयोग कर चालान काट देने की धमकी दी। मेरे व अन्य लोगों के पहुंचने व विरोध करने के बाद वह मौके से खिसक लिया। 2 माह बाद पुलिस के साथ आकर 500 ग्राम बाट पर मुहर न लगने के एवज में 8 हजार का जुर्माना भरने की बात कही। गरीब आदमी जुर्माना की जगह कोर्ट से जमानत कराया। सब्जी व्यवसायी द्वारा पत्र में विभाग के आरोप को खारिज कर हर बाट मुहर भी अपडेट लगाने के उल्लेख किया गया है। जिलाधिकारी ने मामले को संज्ञान में लेते हुए प्रकरण की जांच कराने व दोषियों के विरुद्ध कार्यवाही का आश्वासन दिया है।
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