पैसे वापसी को लेकर लामबंद हो रहे वाहन स्वामी
दोषी ट्रांसपोर्ट कंपनियों पर कार्रवाई की मांग
रेणुकूट। (रामकुमार)।ट्रांसपोर्ट सेक्टर में छाई मंदी के बीच वाहन स्वामी गाड़ियों का किस्त भर पाने में असमर्थ हैं वहीं नगर में स्थित ट्रांसपोर्ट कंपनियां कैश पर टीडीएस के नाम ट्रक वालों को लूट रहे हैं। केन्द्र सरकार ने एक करोड़ से ज्यादा के लेन-देन पर दो प्रतिशत टीडीएस काटने का नियम बनाया है जिसे देश भर में एक सितंबर 2019 से लागू किया गया है। लेकिन नगर के कई ट्रांसपोर्टर नियमों के आड़ में जुलाई महीने से ही नगदी पर दो प्रतिशत टीडीएस काट अपनी जेब भर रहे हैं। जबकि नये नियम के अनुसार एक सितंबर 2019 से एक करोड़ कैश ट्रांजेक्शन पर टीडीएस काटा जाना था। नये नियम की जिनकारी के बाद वाहन स्वामी और चालक जब इसे गलत बताते हुए अपने कटे पैसों की मांग करने लगे हैं। जिसे लेकर आएदिन ट्रांसपोर्टरों एवं चालकों के मध्य तू-तू-मैं-मैं आम हो गया है। वाहन स्वामियों का कहना है कि पहले प्रतिस्पर्धा कर ट्रांसपोर्टरों ने कंपनियों से भाड़ा कम कर बुकिंग ले लिया। जिसका सीधा खामियाजा वाहन संचालकों को हो रहा है। अब आटोमोबाइल सेक्टर में आए मंदी के कारण गाड़ियों का किस्त भर पाना मुश्किल हो रहा है। जबकि पहले से ही ट्रांसपोर्टर और कंपनियां मिलकर वाहन संचालकों का शोषण कर रही है। सोनभद्र मोटर एसोसिएशन के सदस्य अजय राय ने कहा कि ट्रांसपोर्टरों की नीति से ट्रक वाले कम भाड़े में माल ढोने के लिए विवश है। अब सरकारी नियमों को दरकिनार कर टीडीएस के नाम पर लाखों की अवैध वसूली किया गया है। जिसके खिलाफ जिलाधिकारी,परिवहन विभाग सहित केन्द्र सरकार के परिवहन मंत्रालय को पत्र लिखकर दोषी ट्रांसपोर्ट कंपनियों के खिलाफ कार्रवाई का मांग किया गया है।